अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:महाकाल मंदिर परिसर में विकसित महाकाल लोक में स्थापित सप्तऋषियों जैसी मूर्तियां एक कार्यशाला में पत्थरों से बनाई जा रही, लेकिन ये महाकाल लोक में लगेगी या नहीं, अभी तय नहीं है।
विक्रमादित्य शोधपीठ उज्जैन द्वारा विक्रमोत्सव अंतर्गत कार्यशाला आयोजित कर मूर्तियां बनाई जा रही हैं। शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया भगवान शिव और सप्तऋषियों की मूर्तियां तराशी जा रही है। महाकाल मंदिर के पास हाटबाजार में ही यह कार्यशाला चल रही है।
तिवारी ने बताया ये मूर्तियां कहां स्थापित होगी, इसको लेकर अभी कोई निर्णय नहीं किया गया है। शासन स्तर पर इसका निर्णय होगा। पिछले साल आंधी तूफान में महाकाल लोक में स्थापित फाइबर की मूर्तियां उड़ गई थीं। बाद में इनको दोबारा लगवाया गया। निदेशक तिवारी ने बताया अन्य ऋषियों की मूर्तियां भी कार्यशाला में बनवाई जा रही हैं।