एक दिन पहले घर में था बेटे का उठावना, डिप्रेशन में मां ने उठाया आत्मघाती कदम

छोटे पुल से शिप्रा नदी में कूदकर दी जान

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:भाटगली में रहने वाली महिला के बेटे की तीन दिन पहले बीमारी से मृत्यु हुई थी। तभी से महिला डिप्रेशन में चली गई। गुरुवार को घर में बेटे का उठावना था। महिला परिजनों से कह रही थी मुझे भी मरना है। उसे परिजन निगरानी में रखे हुए थे लेकिन आज सुबह वह घर से निकली और छोटे पुल से शिप्रा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली। उनकी बेटी ने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है।

परिजनों ने पहुंचकर की शिनाख्त

पुलिस ने बताया कि मंगला पति प्रदीप परिहार 60 वर्ष निवासी भाटगली का शव शिप्रा नदी के छोटे पुल के पास स्थित सुनहरी घाट से बरामद हुआ था। महिला की बेटी ने यहां पहुंचकर शव की शिनाख्त की जिसके बाद शव को पीएम के लिये जिला अस्पताल भिजवाया गया। महिला के परिजनों ने बताया कि उनके बेटे देवेन्द्र उर्फ दारासिंह को ब्रेन हेमरेज होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया था जहां तीन दिन पहले देवेन्द्र की मृत्यु हो गई थी। तभी से मंगला परिहार डिप्रेशन में थीं। गुरुवार को घर में उठावना था। मंगला की मानसिक स्थिति व तबीयत बिगडऩे पर परिजनों ने घर में ही उपचार भी कराया था। उनकी भाभी व अन्य परिजन मंगला को निगरानी में रखे थे। रात में भी उन्हें भाभी व ननंद ने अपने पास सुलाया। सुबह करीब 6 बजे मंगला किसी को बताये बिना कहीं चली गईं। परिजनों ने तुरंत उनकी तलाश शुरू की। परिजनों को पता चला कि पुलिस ने शिप्रा नदी से अज्ञात महिला की लाश बरामद की है। मंगला की बेटी व अन्य परिजन नदी पहुंचे और शव देखकर शिनाख्त की।

Related Articles