MP:धार जिले में कारम नदी पर बने बांध में लीकेज,आस पास के गांवों को कराया खाली

धार जिले के भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम की दीवार धंसकने से पानी का रिसाव गांवों की और बढ़ता जा रहा है।

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जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह भारी मात्रा में बांध की मिट्टी एक तरफ बह गई हैं, जिसके चलते डैम की दीवार का एक बड़ा हिस्सा ढह गया है। करीब 11 गांवों में मुनादी करा के गांवों को खाली कराया जा रहा है।

फिलहाल एहतियात के तौर पर प्रशासन ने आसपास के गावों में घरों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया है। साथ ही आगरा-मुंबई नेशनल हाईवे-3 (AB रोड) बंद कर तेजी से मरम्मत का शुरू किया गया है। प्रशासन के लिए अगले 10 घंटे काफी चुनौतीपूर्ण माने जा रहे हैं।

बांध में लीकेज की खबर मिलते हैं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट कारम बांध पहुंचे हैं। सीपेज की सूचना पर जिला कलेक्टर डॉक्टर पंकज जैन, सिंचाई विभाग के ई निनामा, सिंचाई विभाग के एसडीओ सिद्दीकी सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।

बांध का निरीक्षण कर, गुजरी के आसपास कोठीदा, भारुडपुरा इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी, डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, डहीवर, लसनगाव, हनुमंतिया समेत 11 गांवों में ग्रामीणों को अलर्ट कर, सुरक्षित स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, इंदौर, भोपाल से विशेषज्ञों का दल बुलाया गया है। साथ ही जल संसाधन विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद हैं। अधिकारियों की देख रेख में बांध में आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है। बांध में रिसाव होने के चलते जगह जगह से पानी के फव्वारे निकल रहे हैं।

नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले सभी ग्रामीणों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। धरमपुरी तहसील के आसपास कोठीदा, भारुडपुरा, इमलीपुरा, भांडाखो, दुगनी,डेहरिया, सिमराली, सिरसोदिया, लालबाग, वासवी, बलवारी, नापी दहीवर, बेगन्दा ग्राम तथा महेश्वर तहसील के गड़ी, मेलखेड़ी ,मोयदा, कांकरिया, मिर्जापुर में अलर्ट जारी किया गया है। खरगोन के 6 गांव भी प्रभावित हैं, इसे देखते हुए कलेक्टर और एसपी ने निचले इलाकों के गांव को खाली कराना शुरू कर दिया है। मुम्बई, आगरा, राजमार्ग, खालघाट से मानपुर तक कराया बंद करा दिया गया है।

काकडदा, मेलखेड़ी, काकरिया, मिर्जापुर, बडवी और जलकोटा गांव में अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, धामनोद-बड़वाह मार्ग का ट्रैफिक पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। दोनों तरफ गाड़ियों की कतारे लग गई हैं। इंदौर से आने और जाने वाले रास्ते पर 78 किमी दूर ट्रैफिक रोका गया है।

कारम नदी परियोजना पर 304.44 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य किया गया था, कारम नदी पर बने बांध में जहां रिसाव शुरू हुआ है उस हिस्से पर करीब 100 करोड़ की लागत से निर्माण कार्य किया गया है। बीते चार साल से निर्माण कार्य जारी है। इस बांध के बनने से आस पास के करीब 52 गांवों में 10500 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। 

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