सगाई के बाद कभी न करें ये ग़लतियां वर्ना टूट सकता है रिश्ता

सगाई एक सामाजिक और सांस्कृतिक संस्कार है, जो दो व्यक्तियों के बीच पारिवारिक संबंध की शुरुआत का संकेत देता है। यह एक उत्साहित कर देने वाला पल होता है, जब दोनों पक्ष एक नए जीवन की शुरुआत के लिए एक दूसरे के साथ समर्पित होते हैं। इस समय, विवाह के लिए संबंधित पक्षों को सही और स्थिर निर्णय लेने की ज़रूरत होती है।
दोस्तों, सगाई का अर्थ तो आप सभी जानते हैं। कि “सगाई” का मतलब एक ऐसा वादा, जहां एक लड़का और लड़की एक दूजे के साथ जीवन बिताने का संकल्प लेते हैं। यह एक ऐसा रिवाज़ है जिसमें कुछ रस्में अदा की जाती हैं जिसके बाद लड़का और लड़की एक दूसरे के मंगेतर बन जाते हैं। इस दिन से दोनों का जीवन नई उमंगों और सपनों के एक नए मोड़ पर चल पड़ता है। यह वही गोल्डन टाइम होता है लड़का लड़की बस एक दूसरे को जल्द से जल्द पूरी तरह जान लेने को आतुर होते हैं। बस यही एक नाज़ुक दौर होता है जहां आपकी एक छोटी सी ग़लती भी आपके रिश्ते पर भारी पड़ सकती है। यहां तक कि आपकी शादी टूटने का कारण भी बन सकती है। आइये जानते हैं कि सगाई के बाद कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिए?
सगाई के बाद कपल्स को यह ग़लतियां करने से बचना चाहिए –
बहुत ज़्यादा फ़ोन पर बात न करें –
यह बात आपको ज़रूर अटपटी लग सकती है। लेकिन यही कड़वा सच है कि सगाई के बाद कपल्स को बहुत ज़्यादा फ़ोन पर बात नहीं करनी चाहिए, क्योंकि लगातार बात करने से आपके बीच कई तरह के मन मुटाव और झगड़े भी हो सकते हैं या हो सकता है कि आपके पार्टनर को ऐसा लगने लगे कि आप उन्हें अभी से ही स्पेस नहीं दे रहे हैं।
संवाद में समझदारी बरतें –
सगाई के बाद संवाद में कमी नहीं रहनी चाहिए लेकिन ये संवाद आपके बीच विश्वास और प्यार को बढ़ाने वाले होने चाहिए ना कि समस्या बढ़ाने वाले। बल्कि समस्याओं को बढ़ने से पहले उन्हें संवाद में हल करने का प्रयास करें।अपने व्यक्तिगत और समाजिक जीवन के बीच संतुलन का पूरा ध्यान रखें। आपके और आपके पार्टनर के बीच संवाद और समझदारी को मज़बूत बनाएं। इस सुनहरे समय को खुशियों के साथ बिताएं।
संबंधों की मर्यादा का उल्लघंन न करें –
सगाई के बाद, दोनों पक्षों को एक-दूसरे के संबंधों की मर्यादा का आदर करना चाहिए। एक दूसरे के निजी या पारिवारिक मामलों में हस्तक्षेप करना या अवहेलना करना कदापि उचित नहीं है। किसी भी विषय पर बात करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कहीं आप अपने पार्टनर के निजी या पारिवारिक मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप तो नहीं कर रहे हैं। किसी भी प्रकार की धमकी या हिंसा, किसी भी संबंध के लिए सही नहीं है।
विश्वासघात कभी न करें –
हमेशा ध्यान रखें कि यह रिश्ता एक दूसरे के साथ साथ दोनों परिवार के बीच विश्वास की नींव पर खड़ा हो रहा है। इसलिए किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी, विश्वासघात या झूठ का सहारा इस संबंध को बड़ी क्षति पहुंचा सकता है। इसलिए अपने इस रिश्ते को पूर्ण निष्ठा और वफ़ादारी के साथ निभाने का प्रयास करें। जीवनसाथी के साथ विश्वास और सहमति को विशेष महत्व दें। ऐसा करने से आप दोनों के बीच सच्चा प्यार पनपने में देर नहीं लगेगी।
धैर्य बनाए रखें-
सगाई के बाद आपके जीवन में एक बड़ा परिवारिक परिवर्तन होता है। जिले चलते मानसिक उथल पुथल स्वाभाविक है। इसलिए आपके बीच के संबंधों को समय दें और आपस में धैर्य बनाए रखें। अपने जीवनसाथी को समय दें ताकि वह आपके साथ अच्छा तालमेल बना सके। यह बात गांठ बांधकर रख लें कि आपका संबंध एक नया मोड़ ले रहा है इसका अर्थ यह नहीं है कि आपको अचानक बदल जाने की आवश्यकता है।
जल्दबाज़ी में निर्णय न लें –
सगाई के बाद आपको शादी की योजना तय करने के लिए थोड़ा समय ज़रूर देना चाहिए। जल्दबाज़ी में निर्णय लेने से बचें। सगाई के बाद, आपको एक-दूसरे के संबंध को और भी अधिक समझने के लिए समय देना ज़रूरी होता है। यह आपके संबंध को मज़बूत और स्थायी बनाए रखने में मदद कर सकता है। लेकिन ध्यान रहे, सगाई के बाद शादी का निर्णय लेने में ज़रूरत से ज़्यादा समय भी ना लें।
कैरियर के बारे में ज़रूर बात करें –
आज के समय में लड़कियों के लिए कैरियर के बारे में सोचना बेहद ज़रूरी है। दरअसल आज भी कई क्षेत्रों में शादी के बाद लड़कियों को नौकरी करवाने से कतराते हैं। जिसकी वजह से उनकी निजी ज़िंदगी में काफी तनाव होने लगता है। इससे बचने के लिए पहले से ही ये फ़ाइनल कर लें। क्योंकि ज़िन्दगी आप दोनों को करनी है। इसलिए एक दूसरे के लक्ष्यों का ध्यान रखना तो लाज़मी है। अपने साथी के सपनों और लक्ष्यों का समर्थन करें।
फैमिली प्लान के बारे में ज़रूर बात कर लें –
शादी के कुछ ही दिन बाद से घर वाले बच्चे की डिमांड करने लगते हैं। ऐसे में अपने पार्टनर के साथ पहले से ही इस बात को तय कर लें। कुछ परिवारों में शादी के कुछ ही दिन बाद से घर वाले बच्चे की डिमांड करने लगते हैं। ऐसे में अपने पार्टनर के साथ पहले से ही इस बात को तय कर लें। आजकल की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में फैमिली प्लानिंग करना बेहद ज़रूरी भी है।
संबंध को मज़बूत बनाने का प्रयास करें –
सगाई के बाद अपने संबंधों को समृद्ध करने के लिए समय देना चाहिए। विशेष रूप से, आपको एक-दूसरे को समझने। के लिए संकल्पित होना चाहिए। आपसी संबंध में प्रबल सकारात्मकता और प्रेरणा प्रदान करने का प्रयास होना चाहिए। यह प्रयास आपके संबंध को और अधिक मज़बूत और स्थायी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
एक दूसरे के परिवार के साथ समय बिताएं –
आपके और आपके पार्टनर के परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताने का प्रयास करें। इससे आपसी संबंधों को मज़बूती मिलती है। एक और बात यह कि दोनों के लिए एक दूसरे के परिवार के लोगों के साथ झिझक मिट जाती है। जिसका परिणाम यह होता है कि बाद में कपल्स के लिए परिवार के सभी लोगों को समझने के लिए लंबे समय की ज़रूरत नहीं होती। सबके साथ आसानी से बॉन्डिंग बन जाती है।
एक दूसरे से ज़रूरत से ज़्यादा उम्मीद न रखें –
अक़्सर ऐसा देखा जाता है कि सगाई के बाद कपल्स एक काल्पनिक दुनिया में डूब जाते हैं। फ़िर उन्हें जीवन, यथार्थ के बजाय सब कुछ फ़िल्मी दिखाई देने लगता है। फ़िर शादी के बाद जब उनका यह सपना टूटता दिखाई देने लगता है तब आपसी तालमेल में गड़बड़ियां और शिकायतें बढ़ने लगती हैं। जिसका परिणाम निश्चित रूप से नकारात्मक ही होता है।