नवरात्र में मां दुर्गा को लगाएं इन चीजों का भोग…

नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की उपासना का महत्वपूर्ण समय है। इन नौ दिनों में मां के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा होती है। भक्त उपवास रखते हैं और मां को प्रसन्न करने के लिए विशेष भोग लगाते हैं। प्रत्येक दिन, शैलपुत्री से लेकर सिद्धिदात्री तक, मां को अलग-अलग पकवान अर्पित किए जाते हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
मां दुर्गा की उपासना के लिए नवरात्रि का पर्व बेहद ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरुपों की पूजा की जाती है। इन 9 दिन लोग उपवास करके मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं। नवरात्रि के इन दिनों में मां दुर्गा को अलग-अलग चीजों का भोग लगाया जाता है। आइए जानते हैं नवरात्रि के इन दिनों में मां दुर्गा को किन चीजों का भोग लगाना लाभकारी रहेगा।
अलग-अलग चीजों से पूजन करने से मिलेगा लाभ
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है ऐसे में नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी को पंचामृत का भोग भी लगाया जाता है। इसके अलावा शक्कर का भोग भी उन्हें लगाया जाता है। ऐसा मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से मनचाहा वरदान मिलता है।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की उपासना की जाती है। इस दिन मां चंद्रघंटा को दूध का भोग लगाया जाता है या फिर दूध से बनी मिठाइयों का भोग लगाया जाता है।
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा की पूजा की जाती है। मां कुष्मांडा को मालपुआ बहुत पसंद है इसलिए उन्हें मालपुआ का भोग लगाया जाता है। नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता को केला, केले की बर्फी आदि का भोग लगाया जाता है।
नवरात्रि के छठे दिन छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है। छठे दिन मां कात्यायनी को शहद का भोग लगाया जाता है। आप चाहें को शहद से बनी खीर का भोग भी लगा सकते हैं।
नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है। मां कालरात्रि के गुड़ का भोग लगाया जाता है। गुड़ का भोग लगाने से मां कालरात्रि प्रसन्न होती हैं।
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। मां महागौरी को नारियल से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है। आप मां को नारियल की बर्फी और लड्डुओं का भोग लगा सकते हैं।
नवरात्रि के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस दिन मां को हलवा, चना, पूरी का भोग लगाया जाता है।