Advertisement

माता-पिता बच्चों को कभी न कहें ये बातें

बच्चों का ख्याल रखना माता-पिता की जिम्मेदारी होती है। जब बच्चे छोटे होते हैं, तो उनको खाना खिलाने से लेकर उनको कपड़े पहनाने और उनको सुलाने तक की जिम्मेदारी माता-पिता बड़े अच्छे से निभाते हैं। वहीं, आप बच्चों को जैसी परवरिश देते हैं, बच्चे वैसा ही सीखते हैं। अगर आप बच्चों के सामने लड़ाई करेंगे, उन्हें बुरा-भला कहेंगे या हर वक्त उन्हें डांटते ही रहेंगे आदि। तो ऐसे में बच्चों को कई बार इन चीजों की आदत पड़ जाती है।

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

इसलिए कई बार अलग तरीके से काम लेना पड़ता है, लेकिन कुछ बातें ऐसी हैं जो माता-पिता को अपने बच्चों के सामने कभी नहीं बोलनी चाहिए। वरना बच्चों पर इसका गलत असर पड़ सकता है और साथ ही आपका बच्चों संग रिश्ता भी खराब हो सकता है।

घर छोडक़र चले जाओ
बच्चों को भूलकर भी कभी ऐसा न कहें कि घर छोडक़र चले जाओ। अगर आप ऐसा कहते हैं तो बच्चों पर इसका गलत असर पड़ सकता है और आपके द्वारा गुस्से में कही बात को वो कभी सच में दिल से लगा सकते हैं और इसका नतीजा बुरा हो सकता है।

Advertisement

बच्चों की तुलना न करें
अपने बच्चों की तुलना कभी भी दूसरों के बच्चों से न करें। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप अपने बच्चों का आत्मविश्वास कम करते हैं। हर बच्चा एक-दूसरे से अलग होता है, उसके सोचने की शक्ति, समझने की शक्ति, पढऩे का तरीका आदि। सभी कुछ अलग होता है इसलिए कभी भी तुलना करने की जगह उन्हें सिखाएं।

बच्चों की क्षमता को कम न आंके
आपने देखा होगा कि कई बच्चे किसी भी काम को तुरंत कर देते हैं, लेकिन कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो हम काम को धीरे-धीरे करते हैं। ऐसे में गलती से भी अपने बच्चे को ये न कहें कि तुम बेहद स्लो हो या उसे इस बातो को लेकर ताने न मारे। दरअसल, एक व्यस्क और बच्चे की क्षमता और काम करने का तरीका पूरी तरह अलग होता है।

Advertisement

गुस्सा न करें
कई बार माता-पिता बच्चों पर इतना गुस्सा कर बैठते हैं कि वो खुद ही भूल जाते हैं कि जिन्हें आप डांट रहे हैं, वो आपके बच्चे हैं। ऐसे में कई माता-पिता तो बच्चों को कुछ ऐसा बोल पड़ते हैं, जिससे बच्चे पर गलत असर पड़ सकता है। इसी में से एक है कि काश तुम हमारे बच्चे न होते या भगवान हमें तुम्हारा जैसा बच्चा न देता आदि। पर ध्यान दें कि गलती से भी बच्चे को ऐसा न बोलें। कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जहां ये समझ पाना बहुत मुश्किल होता है कि इससे कैसे निपटा जाए। बहुत से पेरेंट्स हर परिस्थिति को बहुत ही समझदारी से सुलझा लेते हैं। लेकिन कुछ के लिए ये बहुत ही मुश्किल होता है। ऐसे में कई बार पेरेंट्स बच्चों पर गुस्सा भी उतार देते हैं। उन पर हाथ उठा देते हैं या उन्हें डांट देते हैं। लेकिन ऐसा करना सही नहीं है। बच्चों को कभी भी गुस्से में सजा न दें। इससे बच्चों की मानसिकता पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। ये आगे चलकर उनके भविष्य को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। इसलिए ऐसा करने से बचें।

Related Articles