नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा (Pariksha Pe Charcha 2024) कार्यक्रम के तहत बच्चों से बात कर रहे हैं। इस बार परीक्षा पे चर्चा के लिए 2 करोड़ 5 लाख से ज्यादा छात्रों के साथ ही 14.93 लाख से अधिक शिक्षकों और 5.69 लाख से अधिक अभिभावकों ने पंजीकरण कराया है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के शुरुआत में उन बच्चों, शिक्षकों और पालकों को बधाई दी, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अथक प्रयास किया। पीएम मोदी ने भारत मंडपम के बारे में भी बच्चों को बताया।
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा, प्रेशर को खुद पर हावी ना होने दें। जितना लक्ष्य पूरा कर सकते हैं, उतना ही तय करें। इस मामले में माता-पिता और शिक्षकों को भी छात्रों की मदद करना चाहिए। प्रेशर का सामना करने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाएं।
माता-पिता, शिक्षकों या रिश्तेदारों की ओर से समय-समय पर नकारात्मक तुलना की जाने वाली ‘रनिंग कमेंट्री’ छात्र के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह फायदे से ज्यादा नुकसान करता है।
हमें छात्रों के साथ बातचीत के माध्यम से हर मुद्दे का समाधान सुनिश्चित करना चाहिए, न कि शत्रुतापूर्ण तुलनाओं के माध्यम से उनके मनोबल और आत्मविश्वास को कम करना चाहिए।
कार्यक्रम का सीधा प्रसारण प्रधानमंत्री कार्यालय, पीआईबी, शिक्षा मंत्रालय समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किया जा रहा है।
इससे पहले कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पीएम मोदी भारत मंडपम पहुंचे। पीएम मोदी ने यहां बच्चों की लगाई प्रदर्शनी देखी और उनसे बात की।