सिंहस्थ-28 के लिए पिंगलेश्वर, नई खेड़ी, चिंतामन और विक्रम नगर रेलवे स्टेशन अपग्रेड किए जाएंगे

तैयारी… सिंहस्थ-2028 को लेकर एडीजी उमेश जोगा के नेतृत्व में हुई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक

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  • सभी स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे
  • मुख्य स्टेशन की तरह सुविधाएं दी जाएंगी
  • प्रशिक्षित कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा
  • रेलवे मुम्बई की टीम से सहयोग लिए जाएगा

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। आगामी सिंहस्थ को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विकास के लिए कई योजनाएं दी हैं। सभी विभाग मिल कर सिंहस्थ को सफल बनाएंगे। मुख्यमंत्री की मंशा यही है कि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। सिंहस्थ में इस बार ज्यादा श्रद्धालु आएंगे। उसी के मद्देनजर योजनाओं को मूर्तरूप दिया जा रहा है। सीएम के निर्देश पर पुलिस और रेल विभाग के अधिकारियों के बीच मीटिंग हुई। इसमें सिंहस्थ को लेकर बनाई गई योजनाओं और संभावित योजनाओं पर चर्चा हुई। एडीजी उमेश जोगा के नेतृत्व में हुई बैठक में निर्णंय लिया कि नई खेड़ी, पिंगलेश्वर, चिंतामन और विक्रम नगर रेलवे स्टेशन को अपग्रेट किया जाएगा। इन स्टेशनों कई सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

रेलवे कर्मचारियों को टेे्रनिंग दी जाएगी: एडीजी उमेश जोगा ने रेलवे के अधिकारियों से कहा कि प्रयागराज के कुंभ मेले से कई बातें सीखने को मिली हैं। उस मेले के आयोजन से पूर्व सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी गई। हमें उसी तकनीक पर काम करना है।

रेलवे के अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि सिंहस्थ के लिए विशेष तौर कर्मचारियों को तकनीकी और भीड़ प्रबंधन की टे्रनिंग दी जाएगी। चार रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड करते हुए वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जीआरपी की टीम तैयार रहेगी। इस योजना में आरपीएफ मुंबई और रतलाम से तकनीकी समन्वय कर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाएगा। रेलवे स्टेशन पर जो मूलभूत सुविधाएं होती हैं वह मुहैया कराई जाएंगी। सुरक्षा की दृष्टि से सभी इंतजाम किए जाएंगे। रेलवे परिसर को और विकसित किया जाएगा।

भीड़ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा

एडीजी जोगा ने कहा कि सिंहस्थ के लिए सबसे बड़ी चुनौती भीड़ प्रबंधन है। इस विषय पर बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों ने अपनी-अपनी योजना बताई और उस पर चर्चा की गई। एडीजी ने कहा कि हमें यातायात व्यवस्था पर अभी से ध्यान देने की जरूरत है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को पैदल ज्यादा न चलना पड़े ऐसी योजना बनाई जाए। भीड़ के दौरान सुरक्षा और कानून-व्यवस्था भी प्रमुख मुद्दा है। जब कोई बड़ा उत्सव होता है तब बदमाश भी भीड़ में शामिल हो जाते हैं। उनकी धरपकड़ के लिए सादी वर्दी में पुलिस जवान तैनात किए जाएं।

प्रत्येक घाट पर पुलिस के जवान रहेंगे

बैठक का मुख्य उद्देश्य सिंहस्थ-2028 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, अपराध नियंत्रण, आपातकालीन प्रबंधन एवं तीर्थ यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विस्तृत रणनीति तैयार करना रहा। सिंहस्थ के दौरान पुलिस बल को अतिरिक्त स्टाफ, होमगार्ड, क्यूआरटी, विशेष महिला पुलिस बल एवं सादी वर्दी में विशेष दस्तों द्वारा सुदृढ़ किया जाएगा। प्रत्येक घाट, धर्मशाला एवं मार्गों पर निरंतर निगरानी रखी जाएगी। बैठक में आईजी आरपीएफ मुंबई अजय सदानी, डीआईजी नवनीत भसीन, पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक रामराज मीणा, आरपीएफ रतलाम एवं सिंहस्थ से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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