टक्कर इतनी भीषण थी कि बुजुर्ग वाहन में ही फंस गया
गुस्साई भीड़ ने घटना स्थल पर पुलिस वाहन के कांच फोड़ दिए
गुस्साए ग्रामीणों ने चक्काजाम किया, सरपंच बोले…स्पीड ब्रेकर की लंबे समय से कर रहे थे मांग
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:सुबह इंदौर रोड़ स्थित मेघदूत होटल के सामने मुल्जिम पेशी के लिये इंदौर जा रहे पुलिस वाहन ने सामने से आ रहे वृद्ध को जोरदार टक्कर मारी और 80 फीट तक घसीटते ले गया जिससे वृद्ध की मौके पर ही मृत्यु हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस वाहन के कांच फोड़ दिए।
पुलिस के बोलेरो वाहन में वृद्ध के शव को जिला अस्पताल लाया गया। इधर दुर्घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने इंदौर रोड़ पर चक्काजाम कर दिया। सरपंच का कहना है कि लंबे समय से उक्त चौराहे पर स्पीड ब्रेकर की मांग कर रहे हैं लेकिन आज तक किसी विभाग ने यहां स्पीड ब्रेकर तक नहीं बनाया।
मदनलाल परमार पिता भेरूलाल निवासी ग्राम डेंडिया पंचायत कर्मचारी था और गांव में पेयजल प्रदाय की टंकी भरने का काम देखता था। मदनलाल की मेघदूत होटल के सामने चाय की दुकान भी है। सुबह वह चाय की दुकान पर गया था और छोटा बेटा अर्जुन दुकान पर आया तो मदनलाल अपने वाहन से घर के लिये निकला। करीब 9.30 बजे सामने से आ रहे पुलिस वाहन ने मदनलाल के वाहन को जोरदार टक्कर मारी।
दुर्घटना इतनी भीषण थी कि मदनलाल वाहन में फंस गया और तेज रफ्तार पुलिस वाहन उसे करीब 80 फीट तक खींचकर ले जाने के बाद रुका। दुर्घटना में सूचना मिलते ही नानाखेड़ा थाने के बोलेरो वाहन से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। मदनलाल के शव को बोलेरो वाहन में डालकर जिला अस्पताल लाये। डॉक्टर ने परीक्षण के बाद शव पीएम रूम में रखवा दिया।
प्रत्यक्षदर्शी बोले…तेज रफ्तार था वाहन
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मदनलाल अपने वाहन से धीमी गति से ही चल रहे थे लेकिन सामने से आ रहा पुलिस वाहन अत्यधिक तेज गति से दौड़ रहा था। यही कारण रहा कि मदनलाल को टक्कर मारने के बाद 80 फीट तक घसीटने के बाद उक्त वाहन रुक पाया।
कोर्ट पहुंचने की थी जल्दी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस बस में जिस मुल्जिम की इंदोर हाईकोर्ट में पेशी थी उसे लेकर पुलिस को 10 बजे तक इंदौर पहुंचना था। उसी जल्दबाजी में ड्रायवर द्वारा वाहन को तेज गति से भगाया जा रहा था। मेघदूत होटल के सामने दुर्घटना सुबह 9.30 बजे हुई इससे स्पष्ट है कि ड्रायवर 30 मिनिट में इंदौर हाईकोर्ट पहुंचने की जल्दी में अपना वाहन लापरवाही और तेज रफ्तार से चला रहा था।
रोज होती दुर्घटना, कोई ध्यान नहीं देता
डेंडिया के सरपंच नरेन्द्र पोरवाल ने बताया कि मेघदूत होटल के सामने प्रतिदिन 2-3 वाहन दुर्घटनाएं होती हैं। यहां वाहन की गति नियंत्रित करने के लिये स्पीड ब्रेक बनाने की मांग पीडब्ल्यूडी, नगर निगम सहित अन्य विभागों से कर चुके हैं। विभागों में पत्र भी दिये लेकिन आज तक किसी विभाग ने इस चौराहे पर स्पीड ब्रेकर नहीं बनाया।
पुलिस वाहन का उपयोग हो रहा था मुल्जिम पेशी में
जेल से कोर्ट पेशी के लिये मुल्जिमों को ले जाने व वापस जेल लाने के लिये पुलिस लाइन में दो वाहन आरक्षित हैं। इसके अलावा पुलिस फोर्स के परिवहन के लिये पुलिस बस भी हैं। सुबह जिस पुलिस बस ने मदनलाल को टक्कर मारी वह पुलिस फोर्स के लिये आरक्षित थी, जबकि उस बस से मुल्जिम पेशी का काम किया जा रहा था। दुर्घटना के बाद गुस्साये मृतक के परिजनों और भीड़ को नियंत्रित करने के लिये जिला अस्पताल में जेल वाहन से पुलिस फोर्स को भेजा गया।
जरूरत के हिसाब से वाहनों का उपयोग करते हैं
डीएसपी लाइन भरत सिंह यादव ने बताया कि एक से अधिक जगह मुल्जिम पेशी के लिये वाहनों की जरूरत होती है तो उसी हिसाब से वाहनों को काम में लगाया जाता है। सुबह पुलिस वाहन से मुल्जिम पेशी के सवाल पर उनका कहना था कि दूसरी जगह जेल वाहन की जरूरत लगी होगी इसलिये पुलिस वाहन से मुल्जिम को पेशी के लिये ले जा रहे होंगे।