खुले बोरवेल पर सख्ती की तैयारी, कलेक्टर्स को निर्देश

बच्चों की मौतों के बाद एक्शन में सरकार, खनन के बाद उसमें केसिंग पाइप लगाना जरूरी

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन बोरवेल में बच्चों के गिरने और इसके चलते होने वाली मौतों पर सीएम के रुख को देखते हुए अब सरकार इस मामले में और सख्ती की तैयारी में है। शासन ने कलेक्टरों को इस मामले में लापरवाह बोरवेल कांट्रेक्टर्स और बोरवेल कराने वालों पर नकेल डालने के निर्देश दिए हैं। बोरवेल भले ही सूखा क्यों न हो,उसमें उसमें केसिंग पाइप आवश्यक तौर पर लगाना होगा। बोरवेल कांट्रेक्टर्स पर एक्शन के लिए जहां पर बोरवेल का खनन किया जाना है, उस स्थान पर कांट्रेक्टर का जीपीएस के साथ फोटो खींचना अनिवार्य किया जा रहा है।

रीवा जिले में छह साल के मासूम बच्चे के बोरवेल में गिरने की घटना के बाद प्रशासन तमाम प्रयास करके भी उसे बचा नहीं सका था। इसके बाद श्सरकार ने सभी कलेक्टर्स को इस मामले में सख्ती करने के लिए कहा गया है। बताया जाता है कि बोरवेल खनन करने वाले सभी कॉन्ट्रेक्टर्स एवं डीलर्स से कहा गया कि बोरवेल में छोटे बच्चों के गिरने संबंधी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपाय करना अनिवार्य है।

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बोरवेल खनन के बाद उसमें केसिंग पाइप लगाना जरूरी है, भले ही बोरवेल सूखा क्यों न हो? बोरवेल खनन के उपरांत उसमें कैप लगाना अनिवार्य है और बोरवेल के ऊपर सीमेंट कांक्रीट का प्लेटफार्म भी हर हाल में बनाया जाना है।जिस स्थान पर बोरवेल का खनन किया जा रहा हो, वहां तक किसान या भूमि स्वामी के साथ बोरवेल खनन करने वाले कॉन्ट्रेक्टर का जीपीएस के साथ फोटो खींचना अनिवार्य है।

नलकूप खनन के पंजीयन व मॉनिटरिंग का पोर्टल

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नलकूप खनन कार्य के पंजीयन एवं मॉनिटरिंग के लिए पोर्टल बनाया गया है जिसमें विभिन्न विभागों, संस्थाओं, निजी व्यक्तियों द्वारा शासकीय व अशासकीय उपयोग के लिए कराए जाने वाले बोरवेल खनन की मॉनिटरिंग की जानी है। इसके पोर्टल के माध्यम से नलकूपों, नलकूप खनन करने वाली एजेंसी, मशीन तथा नलकूप खनन कराने वाले विभाग, संस्थाओं, व्यक्तियों की जानकारी को ट्रैक करने का काम होगा।

पोर्टल का निर्माण एमपीएसईडीसी के माध्यम से कराया जा रहा है। इस पोर्टल पर नलकूप खनन मशीन, खनन एजेंसी को पंजीयन कराना आवश्यक होगा तथा इस पोर्टल पर नलकूप खनन करने वाले व एजेंसी द्वारा नलकूप खनन संबंधी जानकारी दर्ज की जाएगी। नलकूप खनन की सूचना पोर्टल पर प्राप्त होने पर यह तय किया जाएगा कि खनन के बाद संबंधित व्यक्ति, संस्था, विभाग द्वारा नलकूप के हैंडपंप, सबमर्सिबल पंप स्थापित कर दिया
गया है।

यह काम भी करना होगा खनन के बाद

खनन के बाद नलकूप में पर्याप्त पानी नहीं मिलता है या पानी नहीं आता है तो नलकूप की केसिंग के ऊपर स्टील प्लेट का कैप लगाना होगा।इस कैप को नट बोल्ट लगाकर केसिंग में फिक्स कर नलकूप के चारों ओर 0.50 बाय 0.50 बाय 0.60 मीटर आकार का जमीन से 0.30 मीटर नीचे और 030 मीटर ऊपर तक सीमेंट कांक्रीट ब्लॉक बनाया जाना होगा।

किन्हीं कारणों से नलकूप सूखा होता है तो नलकूप को संबंधित नलकूप खननकर्ता एजेंसी, व्यक्ति द्वारा मिट्टी, रेत, मुरम आदि से ज़मीन की सतह तक भरने की कार्यवाही करनी होगी।

भवन निर्माण अथवा अन्य कारणों के लिए नलकूप/पाइल का खनन किया जाता है, तो खनन की अवधि के दौरान कार्यस्थल की सुरक्षा, बैरिकेटिंग इस प्रकार की जाए, जिससे स्थल के आस-पास कोई बच्चा न पहुंच सके।

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