इंदौर। रेल यात्री कृपया ध्यान दे….ट्रेनों के स्लीपर और एसी क्लास में सिर्फ वे ही यात्री सफर करें, जिनके पास कंफर्म टिकट है। वेटिंग टिकट के साथ सफर किया तो जुर्माने के साथ ही बीच यात्रा में आगामी स्टेशन पर उतरना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि इन श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
पश्चिम रेलवे ने पिछले महीने ही अपने सभी टिकट चेकिंग स्क्वाड को खत्म कर ट्रेनों में चेकिंग के लिए लगा दिया है। दरअसल वर्षों पहले बने रेलवे यात्रा संबंधी नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए टिकट चेकिंग स्टाफ ट्रेनों में भेजा जा रहा है।ट्रेनों के स्लीपर और एसी क्लास में सिर्फ वे ही यात्री सफर करें, जिनके पास कंफर्म टिकट है।
वेटिंग टिकट के साथ सफर किया तो पेनल्टी के साथ ही आगामी स्टेशन पर उतरना होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि इन श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, लेकिन इस सख्ती का उल्टा असर हो रहा है।
पिछले कुछ दिनों में यात्री सुविधाओं को लेकर 36 फीसदी शिकायतें बढ़ गई हैं। अब तक विशेष श्रेणी का वेटिंग काउंटर टिकट लेकर रेल यात्री सफर कर लेते हैं। साथ ही एक पीएनआर पर एक सीट कंफर्म होने पर वेटिंग के सभी अन्य यात्री भी सफर कर लेते थे। इस कारण स्लीपर और एसी कोच में तय सीट के मुकाबले अधिक यात्री हो जाते थे।
पेनल्टी के साथ जनरल कोच का सफर
ट्रेनों में वेटिंग और जनरल की टिकट लेकर स्लीपर और एसी कोच में सफर करने पर अब पेनल्टी भरनी होगी।
एसी कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 440 रुपये की पेनल्टी और अगले स्टेशन का किराया भी देना होगा।
स्लीपर कोच में वेटिंग टिकट पर सफर करने पर 250 रुपये की पेनल्टी के साथ आगामी स्टेशन तक का किराया देना होगा।
जनरल का टिकट लेकर एसी कोच में सफर करने पर हायर ट्रेवल्स टिकट की रसीद बनती थी, जिसे अब बंद किया गया।