महाकाल दर्शन कांड के फरार चार आरोपियों पर 10 हजार का इनाम

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं से दर्शनों के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में फरार मंदिर समिति के पूर्व सदस्य, एक कर्मचारी सहित दो पत्रकारों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है।
एसपी ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हैं। उनके घर सहित अन्य स्थानों पर दबिश दी लेकिन उनका सुराग हाथ नहीं लगा है। 19 दिसंबर को कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने नंदी हॉल में दर्शनों के दौरान यूपी और गुजरात के दो परिवार के 6 सदस्यों को पकड़ा था। उनसे 1100 रुपए प्रति व्यक्ति के मान से पुरोहित व कर्मचारियों ने नंदी हॉल से दर्शन कराने व जलाभिषेक के नाम पर लिए थे।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
कलेक्टर ने जांच कराई गई जिसमें नंदी हॉल प्रभारी राकेश श्रीवास्तव, सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे की मिलीभगत सामने आई थी। उनकी मोबाइल कॉल डिटेल से रैकेट का पता चला। प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभामंडप प्रभारी राजेन्द्र सिसौदिया, आईटी सेल के राजकुमार सिंह, भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, क्रिस्टल कंपनी कर्मचारी जितेन्द्र पंवार और ओमप्रकाश माली की लिप्तता पाई गई। पुलिस ने मंदिर समिति के पूर्व सदस्य दीपक मित्तल, कर्मचारी आशीष शर्मा सहित मीडियाकर्मी पंकज शर्मा और विजेन्द्र यादव के खिलाफ भी केस दर्ज किया। केस दर्ज होने के बाद से चारों फरार हैं जिनकी गिरफ्तारी पर अब पुलिस अधीक्षक ने इनाम की घोषणा की है।