अपर मुख्य सचिव ने लोक निर्माण, ब्रिज कॉर्पोरेशन और एमपीआरडीसी के कार्यों की समीक्षा की
उज्जैन। अपर मुख्य सचिव नीरज कुमार मंडलोई ने कलेक्टर कार्यालय सभा गृह में सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। इसमें लोक निर्माण विभाग, मप्र सडक़ विकास निगम, ब्रिज कॉरपोरेशन और विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा की गई।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य, जिन्हें दो वर्षों में पूरा किया जाना है, उन्हें जून 2027 तक अनिवार्य
रूप से पूरा किया जाए। इसके लिए सभी विभागों को समन्वय स्थापित करने को कहा गया, ताकि किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
रेलवे ओवरब्रिज
ब्रिज कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर को रेलवे अधिकारियों से सीधे संपर्क कर कार्य की प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
हर 15 दिन में कार्य की रिपोर्ट अपर मुख्य सचिव को प्रस्तुत की जाएगी।
नए ब्रिज और सडक़ें
हरिफाटक ब्रिज के साथ एक और फोर लेन ब्रिज प्रस्तावित।
रेलवे स्टेशन से शिप्रा नदी तक 24 मीटर चौड़ी सडक़ प्रस्तावित।
हरिफाटक से महाकाल लोक तक अंडरपास बनाया जाएगा, जिसमें पैदल यात्रियों और छोटी गाडिय़ों की सुविधा होगी।
ब्रिज कॉरपोरेशन को 5 रेलवे ओवरब्रिज और 13 अन्य ब्रिज निर्माण का दायित्व सौंपा गया।
पंचकोशी मार्ग के लिए टू-लेन सडक़ प्रस्तावित, जिसमें स्थायी कैंप, शौचालय, फूड जोन, चेंजिंग रूम, रेस्ट रूम और आकस्मिक चिकित्सा सुविधाएं शामिल होंगी।
बाकतकड़ ब्रिज से दाऊद खेड़ी तक फोर लेन रोड प्रस्तावित।
उज्जैन में आईएसबीटी बस स्टैंड भी बनाया जाएगा।
भू-अर्जन-अतिरिक्त फंड
निर्माण कार्यों के सुचारू संचालन हेतु भू-अर्जन की विशेष व्यवस्था होगी।
100 करोड़ का अतिरिक्त फंड प्रस्तावित।
अन्य सडक़ परियोजनाएं
आगर-मालवा: आमला से नलखेड़ा तक 13 किलोमीटर का फोर लेन बायपास।
मंदसौर: पशुपतिनाथ से नालछा माता मंदिर तक फोर लेन बायपास।
उज्जैन-इंदौर: सिक्स लेन मार्ग का कार्य प्रारंभ।
उज्जैन-जावरा: 98 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड मार्ग, अनुमानित लागत 5000 करोड़ रुपए।
उज्जैन-मक्सी: 38 किलोमीटर का फोर लेन मार्ग, लागत 273 करोड़
इंगोरिया-उन्हेल: 24 किलोमीटर सडक़, लागत करोड़ रुपए।
इंगोरिया-देपालपुर: 32 किलोमीटर की टू-लेन सडक़, लागत 195 करोड़ रुपए।