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SSP ने वायरलेस सेट पर दिए लाइन हाजिर करने के आदेश

उज्जैन : एक पक्षीय कार्रवाई करना दो प्रधान आरक्षकों को पड़ा भारी

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उज्जैन। दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के मामले में एक पक्षीय कार्रवाई करना दो प्रधान आरक्षकों को भारी पड़ गया है। एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला ने चिमनगंज थाने के दो प्रधान आरक्षकों को वायरलेस सेट पर ही लाइन हाजिर करने के आदेश दें दिए।

पिछले दिनों दो पक्षों के बीच हुई मारपीट के मामले में इन प्रधान आरक्षकों की वजह से एक पक्षीय कार्रवाई हुई थी, जिसकी शिकायत एसएसपी तक पहुंची।

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दिनेश बैस और आशुतोष नागर चिमनगंज थाने में प्रधान आरक्षक के पद पर पदस्थ थे। पिछले दिनों प्रजापत नगर में दो पक्षों के बीच मारपीट हुई जिसमें एक पक्ष के लोगों ने युवक पर पिस्टल की मूठ से हमला कर उसे घायल किया था जबकि मारपीट में दूसरे पक्ष के भी तीन युवक घायल होकर जिला अस्पताल में भर्ती हुए और उनकी एमएलसी भी बनी थी।

चिमनगंज पुलिस ने एक पक्ष की रिपोर्ट पर 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया जबकि घायल दूसरे पक्ष की थाने में सुनवाई तक नहीं हुई थी।

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बताया जाता है कि आशुतोष नागर और दिनेश बैस द्वारा अफसरों को गलत जानकारी दिये जाने के कारण दूसरे पक्ष की ओर से प्रकरण दर्ज नहीं हो रहा था इसकी जानकारी जब एसएसपी को लगी तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से दोनों पधान आरक्षकों को लाइन हाजिर कर दिया।

गिट्टी खदान और डम्पर में पार्टनरी की शिकायत भी मिली

एसएसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ला को यह जानकारी भी मिली कि चिमनगंज थाने के प्रधान आरक्षक दिनेश बैस की गिट्टी खदान और डम्पर में फरियादी पक्ष से पार्टनरी है। इसी कारण दिनेश बैस ने एक पक्षीय कार्रवाई के लिये अफसरों को भ्रमित किया था। एसएसपी शुक्ला का कहना है कि कार्य में लापरवाही के चलते दोनों को लाइन हाजिर किया गया है। इस मामले में भी आगे जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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