ऐसे दान से होगा लाभ… साढ़ेसाती में मिलेगी राहत

शनिवार को दान पुण्य करने से उन लोगों को विशेष लाभ होता है जो शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की वजह से अपने जीवन में बहुत कष्ट भोग रहे हैं। तो आइए आपको बताते हैं शनिवार को किन 5 चीजों का दान करने से आपको सबसे ज्यादा लाभ होता है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
शनिवार को काली उड़द दाल का दान- शनिदेव को काली उड़द अत्यंत प्रिय मानी जाती है। शनिवार के दिन किसी गरीब, मजदूर, ब्राह्मण, या मंदिर के सेवक को काली उड़द का दान करने से शनि की अशुभ दशा, साढ़ेसाती, ढैय्या और कर्मफल की बाधाएं धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं।
काले तिल का दान- शनिवार को ताजे काले तिल को जल में प्रवाहित करना या किसी जरूरतमंद को भोजन या दान स्वरूप देना, मानसिक तनाव को कम करता है, बुरी नजर से रक्षा करता है, और शनि के कोप को शांत करता है। जो लोग मानसिक द्वंद्व, भय, अवसाद या निराशा से जूझ रहे हों, उनके लिए यह उपाय विशेष रूप से कल्याणकारी होता है। अगर आप इनको खाने के लिए किसी को दे रहे हैं तो काले तिल और गुड़ के लड्डू दान कर सकते हैं।
शनिवार को सरसों के तेल का दान- सरसों का तेल शनिदेव की उपासना में अत्यंत प्रभावशाली माना गया है। शनिवार को लोहे की कटोरी में सरसों का तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर किसी जरूरतमंद को दान देना या पीपल के नीचे दीपक लगाना शनि की वक्र दृष्टि को शांत करता है। यह उपाय विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद होता है जिन्हें बार-बार अपमान, कोर्ट-कचहरी के मामले, या काम में असफलता का सामना करना पड़ता है। सरसों के तेल का दान स्वास्थ्य, सम्मान और आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है।
काले जूते या चप्पल का दान- काले रंग के जूते-चप्पल का दान शनिवार को करना शनि की कृपा प्राप्त करने का अत्यंत प्रभावशाली तरीका माना गया है। जिन लोगों के जीवन में बार-बार संघर्ष, चोट, दुर्घटना, नौकरी में रुकावट या यात्रा में विघ्न आते हों, उनके लिए यह उपाय अत्यंत लाभदायक होता है। किसी जरूरतमंद या श्रमिक को काले जूते देने से शनि का प्रकोप कम होता है और जीवन में स्थायित्व आता है। इस उपाय को करने से आपको धन में बरकत भी प्राप्त होती है।
लोहे की वस्तुओं का दान- लोहे की वस्तुओं का दान शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त करने में सहायक होता है। शनिवार को लोहे का तवा, कड़ाही, छाता, लोहे की कटोरी या कोई अन्य उपयोगी वस्तु किसी गरीब, जरूरतमंद या मंदिर में दान करने से कर्मजन्य दोष शांत होते हैं, साथ ही वाहन दुर्घटना, चोट, क्रोध और रोगों की आशंका भी कम हो जाती है। लोहे के पात्र में काली उड़द और सरसों का तेल रखकर तीनों का एक साथ दान शुभ माना जाता है।