नए फ्रीगंज ब्रिज की राह में आ रहा नगर वन और शास्त्री उद्यान
ननि ने लोक निर्माण विभाग को काम करने की दी सहमति
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। नगर निगम द्वारा लाखों रुपए खर्च कर विकसित गया नगर वन फिर उजड़ जाएगा। दरअसल, फ्रीगंज में बनने वाले नए फोरलेन ब्रिज की राह में यह आ रहा है। नगर निगम ने इसके लिए लोक निर्माण विभाग को सहमति दे दी है। दूसरी तरफ शास्त्री उद्यान भी इसकी जद में आ रहा है।ब्रिज बनाने के लिए इसे भी हटाया जाएगा।
फ्रीगंज में पुराने ब्रिज के समानांतर नया फोरलेन ब्रिज 92 करोड़ रुपयों से बनाने की योजना पर काम चल रहा है। लोक निर्माण विभाग ने फोरलेन ब्रिज के लिए 21.40 मीटर की चौड़ाई का प्रस्ताव रेलवे को भेजा है। रेलवे की स्वीकृति आने पर इसका निर्माण शुरू होगा। ब्रिज की शुरुआत आगर रोड पर चामुंडा माता मंदिर चौराहे के सामने नगर वन से शुरू होगी। इस कारण नगर वन का मुख्य द्वार सहित अन्य निर्माण निगम द्वारा ही तोड़े जाएंगे। इसके आगे बिनोद मिल के मकान निगम द्वारा तोड़े जा चुके हैं। इसका मलबा साफ करने का काम चल रहा है। रेलवे की हरी झंडी मिलते ही ब्रिज का काम शुरू किया जाएगा, क्योंकि सिंहस्थ 2028 से पहले इसका निर्माण करने का टारगेट है।
80 लाख रुपए खर्च कर बनाया नगर वन
चामुंडा माता मंदिर चौराहे पर नगर निगम ने वन विभाग के साथ मिलकर नगर वन का विकास किया है। इसका लोकार्पण किए अभी एक साल भी पूरा नहीं हो सका है। नगर निगम ने इसे विकसित करने पर करीब 80 लाख रुपए खर्च किए हैं। वन विभाग द्वारा इसमें पौधारोपण किया गया है। अब निगम को ही इस पर अपनी जेसीबी चलाना पड़ेगी। दूसरी तरफ मक्सी रोड से जोड़ने वाले जंक्शन पर शास्त्री प्रतिमा स्थापित है जहां पेड़ लगाए गए हैं। इन पेड़ों को भी हटाने के लिए लोक निर्माण विभाग सेतु ने पत्र लिखे हैं।
अक्षरविश्व व्यू… उज्जैन विकास का बने मास्टरप्लान
नगर तथा ग्राम निवेश विभाग (टीएनसी) के मास्टरप्लान के साथ उज्जैन विकास योजना का एक प्लान आने वाले पचास सालों के अनुसार तैयार किया जाए, जिससे कि शहर का विकास इन योजनाओं के अनुसार किया जा सके। अगर यह प्लान पहले ही तैयार कर लिया गया होता तो नगर वन पर लाखों रुपए खर्च नहीं किए जाते। इनका सदुपयोग दूसरी योजना पर हो सकता था।