पेट्रोल पंप पर डकैती के बाद बचने के लिए डीवीआर ले गया था, फिर भी पुलिस ने ढूंढ निकाला ‘कचरा’

12 दिन बाद पकड़ा गया सरगना सोनू

पेट्रोल पंप संचालक और कर्मचारियों को बंधक बनाया था

पारदी गिरोह ने 42 हजार, सोने की चेन और अंगूठी लूटी थी

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। पेट्रोल पंप पर डकैती डालने वालों को यह पता था कि उनका अपराध सीसीटीवी में कैद हो गया है। वे अपराध करने के बाद डीवीआर भी ले गए और यह सोच लिया था कि पुलिस उन तक नहीं पहुंचेगी। पुलिस उस इलाके के सीसीटीवी खंगालते हुए गिरोह तक पहुंच गई। खुलासा हुआ कि २२-२३ मई की रात तराना-मक्सी कनासिया नाका पेट्रोल पंप पर डकैती अशोक नगर के पारदी गिरोह ने डाली थी। पुलिस ने गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, वह दो दिन के रिमांड पर है।

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप पर हुई डकैती ब्लाइंड मर्डर की तरह थी। कोई सुराग नहीं मिल रहा था। पुलिस टीम बना कर उस इलाके के आगे तक के सीसीटीवी खंगाले गए। करीब दस दिन तक टीम इसी टास्क में लगी रही रही। इसी बीच सुराग मिला और पारदी गिरोह का सोनू उर्फ कचरा पिता वसीरा हाथ आ गया। वह गांव मुदरा भादरा अशोक नगर का रहने वाला है। पुलिस पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसके साथ आधा दर्जन साथी थे जो हथियारों के साथ डाका डालने आए थे। सोनू की निशानदेही से उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। फिलहाल उससे रिमांड अवधि में सघन पूछताछ की जा रही है।

मुंह पर कपड़ा बांध की थी डकैती
एसपी ने बताया कि मक्सी में रहने वाले अखिलेश मंडलोई पेट्रोल पंप का संचालन करते हैं। वे हमेशा की तरह पेट्रोल पंप पहुंचे थे। छह-सात बदमाशों ने हथियार दिखा कर उन्हें बंधक बना लिया था। इससे पहले वे कर्मचारियों को भी बंधक बना चुके थे। डकैतों ने करीब ४२ हजार रुपए के अलावा अखिलेश के गले से सोने की चेन, मोबाइल, अंगूठी और के्रडिट कार्ड छीन लिया था। डकैती के बाद आरोपी नेशनल हाई-वे की ओर भाग गए। किसी तरह अखिलेश ने अपने आपको आजाद किया और कर्मचारियों के बंधन खोल कर पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और नेशनल हाई-वे तक की खाक छानी लेकिन डकैतों का पता नहीं चला। अलबत्ता छीना गया मोबाइल शिवहरि तोलकांटे के पास से मिल गया। पुलिस का मानना है कि डकैती डालने के बाद भागते समय संभवत: मोबाइल गिर गया था।

एसपी ने बनाई एसआईटी
पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के अनुसार इस डकैती का खुलासा करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया। इसमें एएसपी ग्रामीण पल्लवी शुक्ला, डीएसपी भविष्य भास्कर के नेतृत्व में थाना प्रभारी आरएनएस भदौरिया, एसआई रवींद्र कटारे, अलबिनुस खाखा, एएसआई पूनमचंद साहू, आनंद सिंह झाला, प्रधान आरक्षक मांगीलाल मीणा, मुकेश झाला, प्रकाश मेहता और दीपक पटेल को शामिल किया गया। एसपी ने बताया कि डकैत पैदल गए थे। लिहाजा टीम ने हाई-वे से आगे, रतलाम, गुना और अशोक नगर तक के सीसीटीवी खंगाले। टीम को सुराग मिल गया और सोनू पकड़ में आ गया। उससे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।

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