महिला ने स्टेटस लगाया आज से दुनिया खत्म….

जिला अस्पताल में एक दिन में पहुंचे जहर खाने के तीन मामले, एक की मौत, दो गंभीर
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गोपाल मंदिर में जहर खाया, अस्पताल में मौत
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। गीता कॉलोनी में रहने वाली महिला ने अपनी दादी सास के साथ पहले देवदर्शन किए फिर उन्हें घर रवाना करने के बाद जहर खाकर गोपाल मंदिर में लेट गई। तलाश करने के बाद पति उसे अस्पताल लेकर पहुंचा जहां महिला की मृत्यु हो गई। उसने आत्महत्या से पहले मोबाइल पर स्टेटस डाला था- ‘आज से दुनिया खत्म…।’ पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया।
गीता कॉलोनी में रहने वाली 27 वर्षीय शिवानी पति उमेश सेन मंगलवार को अपनी दादी सास के साथ देवदर्शन करने निकली। दोनों ने बड़ा गणेश आदि मंदिरों के दर्शन किए और गोपाल मंदिर आ गए। यहां शिवानी ने दादी सास से कहा कि मुझे बाजार में काम है आप घर चले जाओ। दादी सास घर चली गईं। शिवानी ने बाजार से जहर खरीदा और खाने के बाद गोपाल मंदिर में लेट गई। काफी देर तक वह घर नहीं पहुंची तो पति उमेश ने उसकी तलाश शुरू की। जब उसका कोई पता नहीं चला तो दादी से पूछा, उन्होंने बताया कि शिवानी गोपाल मंदिर तक साथ थी। उमेश मंदिर पहुंचा तो देखा शिवानी वहां लेटी हुई थी। उसकी तबीयत के बारे में पूछा तो शिवानी ने कहा मुझे घर ले चलो। घर जाने के बाद वह उल्टियां करने लगी। उमेश उसे अस्पताल लेकर आया जहां शिवानी की मौत हो गई।
परिवारिक विवाद के कारण तनाव में थी
परिजन ने बताया कि शिवानी का मायका बेटमा में है। वह अपने पति के साथ किराए के मकान में रहती थी। पति सैलून पर काम करता है। उमेश के पिता ने चारधाम मंदिर के पास मकान बनाया है जिसमें हिस्से को लेकर शिवानी तनाव में थी। उसने जहर खाने से पहले अपने मोबाइल पर स्टेटस लगाया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कंबल नहीं बिके तो खाया जहर
पदमावती कॉलोनी में किराए का मकान लेकर रहने वाला मुन्नू पिता किशोर फेरी लगाकर कंबल बेचने का काम करता है। उसने जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। मुन्नू की मां रामसेरी ने बताया कि वह मूलत: प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। शाम को बेटा घर लौटा और उल्टियां करने लगा। उसे अस्पताल लेकर गए तो पता चला कि उसने जहर खाया है। उसने बताया कि पांच दिन से एक भी कंबल नहीं बिका था इसी के कारण जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
उसका उपचार जारी है। इसी तरह नजरपुर निवासी दिलीप पिता धूल 32 वर्ष को पड़ोसी जहर खाने पर गंभीर हालत में चरक अस्पताल लेकर पहुंचे। उसके पिता ने बताया कि दिलीप उसकी पत्नी व दो बच्चों के साथ नजरपुर में रहता है। उसकी पत्नी ममता ने सुबह पड़ोसियों को सूचना दी कि दिलीप ने जहर खा लिया है। पड़ोसी ही उसे अस्पताल लेकर आए।
पेंटर ने शरीर पर पत्नी का नाम लिखा और जहर पीकर दे दी जान
उज्जैन। पंवासा थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक ने पत्नी के घर वापस नहीं आने पर जहर पीकर आत्महत्या कर ली। उसने आत्महत्या से पहले अपने शरीर पर पेन से पत्नी का नाम लिखा। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया है। पंवासा निवासी 24 वर्षीय लखन पिता सीताराम मालवीय पेंटर था। उसकी डेढ़ वर्ष पहले मेंढकी देवास निवासी रूक्मणि से शादी हुई थी। लखन की मां राजूबाई ने बताया कि बहू पिछले 6 माह से अपने मायके में रह रही है। 3 महीने पहले लखन उसे लेने गया था लेकिन रूक्मणी के परिजन ने उसे ससुराल भेजने से मना कर दिया।
इस बीच लखन और रूक्मणि की मोबाइल पर बात होती रहती थी, लेकिन डेढ़ माह से रूक्मणि ने मोबाइल पर बात करना भी बंद कर दिया। लखन डिप्रेशन में रहकर शराब पीने लगा। मंगलवार शाम वह घर आया और कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। काफी देर तक अंदर से दरवाजा नहीं खुला तो तोडक़र देखा लखन बेसुध हालत में पड़ा था। कमरे में शराब और सल्फास के पाउच पड़े थे। उसे अस्पताल लेकर गए, जहां उपचार के कुछ देर बाद लखन की मौत हो गई। परिजन ने बताया कि लखन ने सल्फास खाने से पहले अपने शरीर पर पेन से पत्नी का नाम लिखा था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।