सरकारी स्कूलों के जाल: राज्य शिक्षा केंद्र ने कहा- सभी प्राचार्य नामांकन बढ़ाने के प्रयास करें
अक्षरविश्व न्यूज इंदौर। सरकारी स्कूलों में अगले सत्र के लिए सीटों की तुलना में में नामांकन में कमी नजर आ रही है। इसे लेकर राज्य शिक्षा केंद्र गंभीर हो गया। उसने नामांकन की रफ्तार बढ़ाने के लिए कहा है। प्री-प्राइमरी और कक्षा पहली के साथ नौवीं और ग्यारहवीं के नामांकन में भी कमी दर्ज हुई है।
राज्य सरकार ने 1 अप्रैल से स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले 25 मार्च तक एडमिशन और नामांकन शत-प्रतिशत करने के लिए कहा था, लेकिन स्कूलों में परीक्षाएं और फिर मूल्यांकन के कारण इस पर गंभीरता नहीं बरती गई। नतीजा यह हुआ कि अब तक पिछले साल के बराबर भी नामांकन नहीं हुए हैं। जिले में 1053 सरकारी स्कूल हैं। इनमें प्री-प्राइमरी कक्षा में इस बार सिर्फ 290 नामांकन हुए हैं, जबकि पहली कक्षा के लिए 6647 छात्र-छात्राओं के नामांकन हुए। वहीं 2024-25 सत्र में नामांकन में बड़ी गिरावट आने के बावजूद पहली कक्षा में 7484 नामांकन हुए थे। इस बार फिर ऐसे हालात न बने, इसलिए राज्य शिक्षा केंद्र ने ठोस कदम उठाने के लिए पत्र जारी किया है।
नामांकन बढ़ाने पालकों के साथ बैठक करेंगे प्राचार्य
इधर, प्री-प्राइमरी और पहली कक्षा के साथ बाकी कक्षाओं में भी नामांकन की ऐसी ही स्थिति है। दरअसल, पहली से सातवीं कक्षा के बच्चों का नए सत्र के लिए दूसरी से आठवीं और आठवीं से ग्यारहवीं कक्षा के बच्चों का नौवीं से बारहवीं कक्षी में नामांकन कराया जाना है। 25 मार्च तक नामांकन का आंकड़ा बढ़ाने के लिए स्कूलों के प्राचार्यों और शिक्षक अब पालकों के साथ बैठक करेंगे।
स्टाफ परीक्षाओं में लगा नामांकन प्रक्रिया प्रभावित
25 मार्च तक शत-प्रतिशत नामांकन का लक्ष्य पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस समय लोकल परीक्षाएं चल रही हैं। इस कारण भी नामांकन प्रक्रिया प्रभावित हुई है। होली के बाद सार्थक प्रयास किए जाएंगे।
– संजय कुमार मिश्रा, जिला परियोजना समन्वयक