गुजरात के लोगों से ओंकारेश्वर दर्शन के कराने के नाम पर धोखाधड़ी
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। इन दिनों उज्जैन दर्शन के लिए गुजरात से बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आ रहे हैं। बुधवार को कुछ लोग उज्जैन से ओंकारेश्वर दर्शनों को गए। बस चालक ने उनसे जाने और आने का किराया लिया लेकिन ओंकारेश्वर छोड़कर वापस आ गया। ठगाए लोग इसकी शिकायत लेकर नीलगंगा थाने पहुंचे।
टाइम से 30 मिनिट पहले निकल गई बस
मेरा नाम पवित्र पारिख पिता पंकज भाई है। मैं अपने रिश्तेदार हर्षिल पिता अशोक भाई, चेतानी, मनीष भाई, पिंकी के साथ अहमदाबाद से तीन दिन पहले उज्जैन दर्शन करने आया था। बुधवार सुबह हम लोगों को उज्जैन से ओंकारेश्वर दर्शनों के लिए जाना था। सभी लोग हरिफाटक के पास स्थित म.प्र. परिवहन की शुभम भवतु यात्रा धाम ट्रेवल्स पहुंचे। यहां कंडक्टर से बात की तो उसने पांच लोगों का ओंकारेश्वर जाने और वापस आने का किराया 2300 रुपए बताया।
हम लोगों ने टिकट खरीदा और सुबह 11 बजे बस में बैठे। रास्ते में कंडक्टर ने बताया कि बस ओंकारेश्वर से रात 8 बजे वापस उज्जैन के लिए रवाना होगी। औंकारेश्वर पहुंचकर हम लोगों ने देवदर्शन किए और 8 बजे स्टैंड पर आए, लेकिन वहां बस नहीं थी। कंडक्टर को कॉल किया। उसने जवाब दिया कि बस तो 7.30 बजे उज्जैन के लिए निकल गई है। उससे कहा कि 30 मिनट पहले हमें छोड़कर कैसे चले गए। उसने जवाब दिया दूसरे वाहन से आ जाना। वापसी का किराया लौटा देंगे।
1500 रुपए देकर टैक्सी वाहन से आए
पवित्र पारिख ने बताया कि ओंकारेश्वर से उज्जैन के लिए टैक्सी वाहन की तलाश की। एक ट्रेवल्स संचालक ने वाहन उपलब्ध कराया। उज्जैन छोडऩे के 1500 रुपए किराया लिया। उज्जैन आकर कंडक्टर को कॉल किया तो वह कुछ देर में मिलने का कहता रहा और बाद में कॉल रिसीव करना भी बंद कर दिया।
दूसरे न ठगाएं, की शिकायत
पवित्र अपनी शिकायत लेकर नीलगंगा थाने आया। उससे पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराने को कहा, लेकिन उसने रिपोर्ट न लिखाते हुए शिकायती आवेदन दिया। पवित्र का कहना था कि हम लोग अहमदाबाद के रहने वाले हैं। दूसरे लोगों के साथ ठगी न हो इसलिए थाने में शिकायत की है।