इस बार 132 दिन का होगा विक्रमोत्सव

विक्रमादित्य अलंकरण में दिया जाएगा 21 लाख रुपए का पुरस्कार
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
पांच-पांच लाख के तीन राज्य स्तरीय पुरस्कार भी दिए जाएंगे
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। सनातन के प्रतीक विक्रम संवत को मनाने के लिए इस बार विक्रमोत्सव 132 दिन तक मनाया जाएगा। राष्ट्रीय विक्रमादित्य अलंकरण पुरस्कार की राशि 21 लाख रुपए की होगी। तीन राज्य स्तरीय विक्रमादित्य अलंकरण भी दिए जाएंगे। यह 5-5 लाख रुपए के होंगे।
मंगलवार को सीएम डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में विक्रमोत्सव 2024 की तैयारियों पर चर्चा की गई। विक्रमोत्सव का शुभारंभ इस बार भोपाल में होगा। यहां सम्राट विक्रमादित्य अलंकरण दिए जाएंगे। कलश यात्रा उज्जैन में होगी। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। विक्रमोत्सव से विक्रम व्यापार मेले को भी जोड़ा गया है।
इस बार इसमें तीन स्तर होंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज में ऑटोमोबाइल मेला लगेगा। लोगों को लुभाने के लिए लोक रंग को भी जोड़ा गया है। इसके तहत हॉट एयर बलून के साथ हेलिकॉप्टर की सैर कराई जाएगी। कोशिश यह की जा रही है कि 150 रुपए में शहर का चक्कर हेलिकॉप्टर से लगवा दिया जाए। विक्रम व्यापार मेले के तीसरे भाग में इस बार टेक्स्टाइल प्रदर्शनी भी लगेगी। इसमें हेंडीक्राफ्ट होजयरी, भैरवगढ़ प्रिंट्स का प्रदर्शन होगा।
न्याय समागम
विक्रमोत्सव का खास आकर्षण न्याय समागम होगा। इसमें विक्रमादित्य का न्याय विषय पर सेमिनार आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में चोटी के अभिभाषक, पूर्व न्यायाधीश, अटार्नी जनरलों को आमंत्रित किया जाएगा।
जल स्त्रोतों को बचाने के लिए जल गंगा संवर्धन
विक्रमोत्सव में प्रदेश के जल स्त्रोतों को बचाने के लिए जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ भी होगा। इसके तहत गंगा दशहरे पर उज्जैन और भोपाल में आयोजन किए जाएंगे।भोपाल और दिल्ली में कार्यक्रम: विक्रमोत्सव के कार्यक्रम पहली बार दिल्ली और भोपाल में आयोजित किए जाएंगे। नई दिल्ली में दो महानाट्यों को मंचन होगा। इनके नाम सम्राट विक्रमादित्य और भोज देव रहेंगे।
यह कार्यक्रम भी होंगे
अंतरराष्ट्रीय इतिहास समागम
शोध संगोष्ठी
राष्ट्रीय विज्ञान समागम
पौराणिक फिल्मों का अंतरराष्ट्रीय महोत्सव
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
विक्रम नाट्य समारोह
वेद अंताक्षरी
गुड़ी पड़वा कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय जल सम्मेलन और-और क्या होगा विक्रमोत्सव में
प्रदर्शनी: विक्रमोत्सव में भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांकों संग्राहलय में संरक्षित किया जाएग। बांगड़ भवन में संग्राहलय बनेगा। श्रीकृष्ण की 64 कलाओं का भी प्रदर्शन होगा। श्रीकृष्ण होली पर्व के साथ 84 महादेव पर तैयार 130 एपिसोड यूटयूब पर रिलीज किए जाएंगे। भोपाल में यह आयोजन होगा। प्राचीन भारतीय वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। अब तक 640 वाद्य यंत्र संरक्षित किए जा चुके हैं।
जनजातीय वैद्य शिविर: इसमें प्रदेश के आदिवासी इलाकें में की जाने वाली चिकित्सा की जानकारी दी जाएगी। साथ ही वैद्य उपचार भी करेंगें।
विक्रमोत्सव की थीम विरासत से विकास
इस बार के विक्रमोत्सव की थीम विरासत से विकास रहेगी। पहली बार 132दिन तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पिछली बार 64 दिन तक कार्यक्रम हुए थे। श्रीराम तिवारी, निदेशक विक्रमादित्य शोध पीठ