माधव कॉलेज में तीन दिवसीय दीक्षारंभ समारोह का शुभारंभ

उज्जैन। मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग ने गुणवत्तापूर्ण और रोजगारोन्मुखी शिक्षा की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रत्येक जिले में प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है। माधव कॉलेज को कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस के रूप में चयनित किया गया है।
यह विचार माधव कॉलेज में तीन दिवसीय दीक्षारंभ समारोह का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य प्रो. कल्पना सिंह ने व्यक्त किए। डॉ. अंशु भारद्वाज ने बताया कि शिक्षा का उद्देश्य समावेशी विकास है। डॉ. एलएस गोरसिया ने व्यापक सतत मूल्यांकन, प्रोजेक्ट तथा इंटर्नशिप की जानकारी दी। प्रो. चंद्रकांता तेजवानी ने स्नातक स्तर पर क्रेडिट संरचना और सभी विषयों के पाठ्यक्रम के बारे में बताया। डॉ. मृदुलचंद्र शुक्ल ने नवीन शिक्षा नीति के बारे में बताया। डॉ. नलिनी तिलकर ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। संचालन डॉ. जफर मेहमूद ने किया। आभार डॉ. अल्पना उपाध्याय ने माना। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं पालकगण मौजूद थे।

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उज्जैन : नई शिक्षा नीति ने भारत की शिक्षा व्यवस्था में संजीवनी बूटी का कार्य किया: भारद्वाज

उज्जैन। नई शिक्षा नीति ने भारत की शिक्षा व्यवस्था में संजीवनी बूटी का कार्य किया है, इसने पुन: भारत की परंपरागत शिक्षा व्यवस्था को जीवंत किया है। यह बात विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षारंभ कार्यक्रम में दूसरे दिन नवप्रवेशित विद्यार्थियों के स्वागत समारोह में कुलगुरु प्रो. भारद्वाज ने कही।

विक्रम विश्वविद्यालय के माधव भवन में 1 से 3 जुलाई तक दीक्षारंभ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार को दीक्षारंभ के द्वितीय चरण में कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के पूजन एवं अर्चन से हुआ, जिसके बाद नवप्रवेशित विद्यार्थियों का स्वागत डॉक्टर अंजना पांडेय ने किया। प्रोफेसर एस के मिश्रा, प्रो. ज्योति उपाध्याय, डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने भी अपने विचार रखे।

 

उज्जैन : चिकित्सा शिविर कल

उज्जैन। गुरुनानक स्वास्थ सेवा द्वारा 5 जुलाई को फ्रीगंज स्थित गुरुद्वारा में प्रात: 10 से दोप 2 बजे तक चिकित्सा शिविर लगेगा। इसमें महिला चिकित्सक डॉ. प्रीति लता द्वारा विभिन्न गुदा रोगों जैसे बवासीर (पाइल्स), फिशर, भगंदर आदि का आयुर्वेदिक चिकित्सा तथा वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राम अरोरा एवं उनकी टीम द्वारा गठिया , कमर दर्द, घुटनों का दर्द, सायटिका आदि हड्डियों, जोड़ों, मांसपेशियों अथवा नसों से संबंधित समस्याओं के लिए आयुर्वेद एवं पंचकर्म चिकित्सा की जाएगी।

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