भोपाल। मध्यप्रदेश में नौतपा के आखिरी दिन रविवार को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। कई जिलों में आंधी की स्थिति बनी तो बादल भी छाए रहे। निवाड़ी के पृथ्वीपुर और छतरपुर के बिजावर में टेम्प्रेचर 45 डिग्री के पार रहा। ढ्ढरूष्ठ, भोपाल ने सोमवार को प्रदेश के 80त्न हिस्से में लू, गरज-चमक, आंधी और बारिश का ऑरेंज-यलो अलर्ट जारी किया है। इससे पहले रविवार को प्रदेश के सबसे गर्म टॉप-10 शहरों में पृथ्वीपुर, बिजावर, शिवपुरी, टीकमगढ़, नौगांव, ग्वालियर, सिंगरौली, गुना, खजुराहो और राजगढ़ रहे।
पृथ्वीपुर में 45.1 डिग्री, बिजावर में 45 डिग्री, शिवपुरी-टीकमगढ़ में 44 डिग्री, नौगांव में 43.8 डिग्री, ग्वालियर में 43.5 डिग्री, सिंगरौली में 43.4 डिग्री, गुना में 43.4 डिग्री, खजुराहो में 43.2 डिग्री और राजगढ़ में पारा 42.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में पारा लुढ़क गया। भोपाल में 40.8 डिग्री, इंदौर में 40.1 डिग्री, जबलपुर में 39.5 डिग्री और उज्जैन में टेम्प्रेचर 41 डिग्री दर्ज किया गया।
नौतपा में पहली बार सात शहरों में टेम्प्रेचर 40 डिग्री के नीचे आया। प्रदेश के हिल स्टेशन पचमढ़ी में 34.4 डिग्री, छिंदवाड़ा में 38 डिग्री, मंडला में 38.2 डिग्री, सिवनी में 38.2 डिग्री, नर्मदापुरम में 38.6 डिग्री और बैतूल में पारा 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आंधी-बारिश और गर्मी का दौर
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया, 30 मई को केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है। रविवार तक केरल, तमिलनाडु समेत कई राज्यों को मानसून ने कवर कर लिया। अब यह आगे बढ़ रहा है। इससे प्रदेश में समय पर पहुंचने का अनुमान है। वर्तमान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन, ट्रफ लाइन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से आंधी, बारिश का दौर बन रहा है। यह अगले कुछ दिन तक जारी रहेगा। सोमवार को आंधी-बारिश के साथ लू का असर भी बना रहेगा।
नौतपा के 5 दिन सबसे गर्म रहे
सूर्य के कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही 25 मई से नौतपा शुरू हो गया था। पिछले 10 में से 5 साल नौतपा में भीषण गर्मी पडऩे का ट्रेंड रहा है। इस बार भी लगातार 5 दिन तक भीषण गर्मी पड़ी रही है। छठे, सातवें और आठवें दिन भी गर्मी का असर रहा। पृथ्वीपुर, नौगांव, बिजावर, सीधी, राजगढ़, छतरपुर समेत कई जिलों में तो टेम्प्रेचर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। रविवार को कई जिलों में पारा 1 से 5 डिग्री तक लुढ़क गया। रात का तापमान भी कम हुआ।