राज्य शिक्षा केंद्र ने अब तक जारी नहीं किए पुनर्गणना के आदेश, विद्यार्थी और अभिभावक हो रहे परेशान
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा मार्च माह में आयोजित की गई पांचवीं-आठवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम 22 अप्रैल को जारी हो चुके है। केंद्र ने पांचवी-आठवीं के री-एग्जाम की समय सारिणी घोषित के साथ ही प्रावधिक अंकसूची में त्रुटि संशोधन में संसोधन के आदेश भी जारी कर दिए है,लेकिन अब तक पुनर्गणना के आदेश जारी नहीं हुए हैं। जिसके चलते पालक परेशान हो रहे हैं।
राज्य शिक्षा केंद्र ने 12 दिन पूर्व पांचवी और आठवीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी किया था, लेकिन पुनर्गणना के आदेश जारी नहीं हुए तो बच्चों के साथ पालक परेशान हो रहे है। पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में कई परीक्षार्थियों को या तो पूरक आई है या फिर वे फेल हो गए। इनमें कई परीक्षार्थी ऐसे हैं, जो एक-दो अंक से फेल हुए हैं। ऐसे परीक्षार्थियों के लिए हर साल परिणाम के बाद पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति बुलवाने के लिए आवेदन बुलवाएं जाते है।
इस बार परिणाम जारी हुए 12 दिन से अधिक हो चुके हैं। लेकिन अभी तक राज्य शिक्षा केंद्र ने इस संबंध में किसी तरह का आदेश जारी नहीं किया है। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ही पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति के लिए ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया है।
पांचवीं-आठवीं की बोर्ड परीक्षा के परिणाम के बाद शुरू होने वाले पुनर्गणना और उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति के लिए किसी तरह का आदेश नहीं हुआ है। जबकि गत वर्ष केंद्र ने पुनर्गणना के लिए आवेदन बुलाएं थे, जिससे फेल हुए हजारों की संख्या में परीक्षार्थी पास हो गए थे। ऐसे में समय रहते पुनर्गणना नहीं होती है, तो परीक्षार्थियों को तीन जून से शुरू हो रही परीक्षा में दोबारा शामिल होना पड़ेगा। इधर पालक विषयवार उत्तर पुस्तिका की पुनर्गणना के लिए बीआरसी और डीपीसी कार्यालय के चक्कर लगा रहे है, लेकिन यहां अफसर संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे है।
अंकसूची में त्रुटि संशोधन 10 मई तक करवा सकेंगे विद्यार्थी
पांचवीं व आठवीं की बोर्ड परीक्षा के परिणाम के बाद प्राप्त प्रावधिक अंकसूची में विद्यार्थी प्रोफाइल में सुधार करवा सकते हैं। छमाही परीक्षा व प्रोजेक्ट के विषयवार प्राप्तांकों की प्रविष्टि नहीं होने की स्थिति में भी सुधार करवा सकते हैं।इस संबंध में राज्य शिक्षा केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनके अनुसार प्रावधिक अंकसूची में विद्यार्थी प्रोफाइल की प्रविष्टियों, विद्यार्थी का नाम, जन्मतिथि, माता-पिता के नाम में सुधार एवं परीक्षा पोर्टल पर छमाही परीक्षा व प्रोजेक्ट के विषयवार प्राप्तांकों की प्रविष्टि न होने की स्थिति में 10 मई तक स्कूल प्राचार्य के सामने आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।बीआरसी द्वारा फाइनल संशोधन को अंतिम माना जाएगा।
री-एग्जाम 3 से 8 जून के बीच
बता दें कि पांचवी-आठवीं की री-एग्जाम 3 से 8 जून के बीच आयोजित की जाएगी। परीक्षा में 9 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थी अनुर्तीर्ण हुए है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने परीक्षा की समय सारिणी घोषित करते हुए कलेक्टर को पत्र लिखा है। स्कूल शिक्षा ने कहा कि परीक्षा में अनुर्तीर्ण या अनुपस्थित विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षाओं से अतिरिक्त शिक्षण प्रदान कर फिर से परीक्षा का अवसर प्रदान किया जा रहा है।