दो काउंटर खाली, शेष पर आधा और एक किलो के पैकेट नहीं

श्री महाकालेश्वर मंदिर में लड्डू की किल्लत बरकरार
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर में लड्डू प्रसाद की किल्लत दो दिन बाद भी बरकरार है। गुरुवार को मंदिर परिसर और निर्गम द्वार स्थित काउंटर पर लड्डू खत्म हो गए जिसके चलते श्रद्धालु अन्य काउंटर के संबंध में जानकारी लेकर लौटते रहे। इधर, दो काउंटर पर प्रसाद खत्म होने से महाकाल लोक और अवंतिका द्वार के सामने स्थित काउंटर पर भीड़ बढ़ गई। लाइन में लगे श्रद्धालुओं की जब बारी आई तो उन्होंने भी जमकर प्रसाद खरीदा। हालांकि, यहां उन्हें १०० ग्राम और २०० ग्राम के पैकेट ही उपलब्ध हो सके। आधा किलो और एक किलो के पैकेट नहीं थे।
दरअसल, मंदिर में पिछले कुछ दिनों से लड्डू प्रसाद की कमी बनी हुई है। इसके चलते काउंटरों पर प्रसाद की किल्लत हो रही है। इसके पीछे टेंडर नहीं होने से कच्चे माल की कमी को कारण बताया गया था। हालांकि, मंगलवार को सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने कहा था कि टेंडर हो चुका है और अब किल्लत नहीं आएगी लेकिन गुरुवार को लड्डू प्रसाद की कमी बनी रही। प्रसाद उपलब्ध नहीं होने से महाकाल मंदिर परिसर में साक्षी गोपाल मंदिर के समीप स्थित काउंटर खाली पड़ा था। यहां श्रद्धालु पहुंचे तो महिला कर्मचारी ने जवाब दिया कि लड्डू नहीं आ रहे है।
दूसरे काउंटर से ले लें। इसी तरह निर्गम द्वार के समीप बना काउंटर पर भी प्रसाद नहीं था। कैरेट खाली पड़े थे। यहां काउंटर बंद कर दिया गया था और बाहर एक कर्मचारी तैनात था जो श्रद्धालुओं से कह रहा था कि महाकाल लोक और अवंतिका द्वार के सामने स्थित काउंटर पर लड्डू मिलेंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं ने अन्य काउंटरों का रुख किया।
सिर्फ 100 और 200 ग्राम के पैकेट: इधर अवंतिका द्वार के सामने स्थित काउंटर पर श्रद्धालुओं की भीड़ थी। यहां आधा और एक किलो के पैकेट नहीं थे। केवल 100 और 200 ग्राम के पैकेट ही थी जिनकी कीमत क्रमश: 50 और 100 रुपए है।
बड़ी मात्रा में खरीद रहे: श्री महाकालेश्वर मंदिर का लड्डू प्रसाद काफी प्रसिद्ध है, शुद्ध और स्वादिष्ट होने के चलते बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं में इसकी बड़ी डिमांड रहती है। भगवान महाकाल प्रसाद के रूप में बड़ी मात्रा में श्रद्धालु लड्डू खरीदकर घर ले जाते हैं।
इनका कहना
लड्डू प्रसाद की कमी नहीं है। श्रद्धालु ज्यादा मात्रा में खरीदी कर रहे हैं जिससे आपूर्ति करने में अधिक समय लग रहा है। काउंटर पर प्रसाद का स्टोरेज बढ़ाएंगे।
मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक, महाकाल मंदिर