नहीं रहा वर्दी का साथी ‘नॉटीबॉय’, एसपी ने दी अंतिम विदाई, भावुक हुआ पुलिस विभाग

गार्ड ऑफ ऑनर दिया
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30 साल से ज्यादा सेवा दी, नेशनल स्तर पर हॉर्स जम्पिंग की कई स्पर्धाओं में पदक जीते
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कई अफसरों को अपने पीठ पर सवारी करवाने वाला नॉटीबॉय ने गुरुवार को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 30 साल 9 माह 5 दिन की उम्र तक सेवा देने के बाद पुलिस के अश्वरोही दल में शामिल इस अश्व ने दम तोड़ा। पुलिस सेवा में रहते हुए हॉर्स जम्पिंग में नेशनल स्तर पर उसने स्वर्ण पदक सहित कई मेडल जीतकर उज्जैन और पुलिस विभाग का नाम रोशन किया। उसकी मौत की सूचना मिलते ही पुलिस कप्तान भी पुलिस लाइन पहुंचे और उसे दुलार करते हुए अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि दी। दफनाने से पूर्व नॉटीबॉय को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
दरअसल, नॉटीबॉय ने ना सिर्फ कानून व्यवस्था की ड्यूटी निभाई बल्कि भगवान महाकाल की सवारी, धार्मिक आयोजनों और कई बड़े अवसरों पर अपनी उपस्थिति से पुलिस विभाग का मान बढ़ाया। उनकी निष्ठा, अनुशासन और उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण नॉटीबॉय पुलिस विभाग के सबसे विश्वसनीय एवं कुशल घोड़ों में से एक रहा।
पुलिस लाइन परिसर में ही अंतिम संस्कार
नॉटीबॉय का पुलिस लाइन परिसर में ही अंतिम संस्कार किया गया। दफनाने से पूर्व उसे पुलिसकर्मियों ने श्रद्धांजलि और फिर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसको विदाई देते वक्त पुलिस विभाग भावुक हो गया।
अपनी उम्र से 10 साल ज्यादा जिया
पुलिस लाइन में पदस्थ आरआई रंजीत सिंह ने बताया कि सामान्यत: घोड़ों की उम्र 20 साल होती है लेकिन नॉटीबॉय ने 30 साल 9 माह 5 दिन की उम्र तक जिंदा रहकर विभाग में अपनी सेवा दी।









