विश्व हृदय दिवस आज… बिगड़ती जीवनशैली के कारण बढ़ रहा मौत का ‘साइलेंट’ अटैक

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। दुनियाभर में हर साल हार्टअटैक से लाखों लोगों की जान जाती है। खराब लाइफ स्टाइल इसका प्रमुख कारण है। युवाओं में भी यह बीमारी तेजी से पैर पसार चुकी है। पिछले दिनों शहर में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें पुलिसकर्मियों और शिक्षिका की साइलेंट अटैक से मौत हो गई।

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तेजी से बढ़ रहे मौत के इस ‘साइलेंट’ अटैक से जागरूक रहने की जरूरत हैं ताकि जिंदगी को बचाया जा सके। हर साल 29सितंबर को वल्र्ड हार्ट डे मनाया जाता है। इस दिन लोगों को प्रेरित किया जाता है कि वे अपनी सेहत को संभालें और दिल का ख्याल रखें। वर्तमान में बढ़ रहे दिल के मरीजों को लेकर सीएचएमओ डॉ. अशोक कुमार पटेल और हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विजय गर्ग ने दिल की साज-संभाल के अपने अनुभव साझा किए।

यह स्थितियां बढ़ाती हैं हार्टअटैक की आशंका

हाई ब्लडप्रेशर (हाइपरटेंशन), मधुमेह, खून में वसा के अनुपात में गड़बड़ी, मोटापा, व्यायाम की कमी, धूम्रपान या तंबाकू का सेवन, गरिष्ठ एवं वसायुक्त भोजन, वंशानुगत मधुमेह, हाई बी.पी. या हृदय रोग का होना।

जीवन में 8 नंबर को अपनाएं
डॉ. विजय गर्ग कहते हैं स्वस्थ रहने के लिए जिंदगी में 8 नंबर को अपनाए यानी 80 मिलीग्राम से सुबह की ब्लड शुगर कम, 80 सेंटीमीटर पेट का घेरा कम, 8 ग्राम से कम नमक, 8 घंटे की अच्छी नींद, 8 हजार कदम प्रतिदिन चलना, 80 ग्राम हरि सब्जी एवं फल खाना, 8 मिनट प्राणायाम, योगा एवं शंख बजाना, 80 ग्राम से ज्यादा शक्कर ना खाना, 8 मिनट धूप में बैठना, 8 छोटी चम्मच से कम फिल्टर युक्त तेल का उपयोग, 8 बजे बाद रात्रि का भोजन नहीं, 8 ग्राम शुद्ध घी से ज्यादा नहीं, 8 बादाम या अखरोट रोज, 8 मंजिल प्रतिदिन चढऩा और उतरना। यदि यह बातें प्रतिदिन 8 के पहाड़े को याद रख कर अप्लाय करें तो ८० प्रतिशत दिल की बीमार से बचा जा सकता है।

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