इस महीने में इन 5 कामों को करने से मिलता है मोक्ष

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, 11वां महीना माघ मास होता है। पौष पूर्णिमा के बाद इस माह का आरंभ होता है। माघ मास का शास्त्रों में भी विशेष महत्व बताया गया है। इस माह की महिमा के अनुसार, आप इस महीने में जितना भी दान पुण्य करते हैं उतना लाभकारी होती है। साथ ही भगवान विष्णु की भी विशेष कृपा व्यक्ति को मिलती है। आइए जानते हैं इस बार कब से आरंभ हो रहा है माघ मास और इसका महत्व क्या है।
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कब के आरंभ हो रहा है माघ मास 2025
पंचांग के अनुसार, मकर संक्रांति से इस महीने का आरंभ हो रहा है। सूर्य के मकर राशि में जाने को मकर संक्रांति कहते हैं। सूर्य इस बार 14 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस दिन से ही माघ मास का आरंभ हो रहा है और 12 फरवरी का माघ मास का समापन होगा।
माघ मास का महत्व
वेदों और पुराणों में माघ मास में स्नान दान का विशेष महत्व बताया गया है। साथ इस महीने में कुंभ मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान और दान का खास महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस महीने में गंगा स्तोत्र और गंगा स्तुति करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा मिलती है और वह व्यक्ति जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है।
माघ मास में जरूर करें ये काम
माघ मास में आपके घर पर यदि कोई भी व्यक्ति आता है तो उसे खाली हाथ न जाने दें।
साथ ही इस महीने में तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए। साथ ही इस माह पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए।
यह महीना दान पुण्य कमाने का महीना है। ऐसे में साधक को कड़े शब्द बोलने से बचना चाहिए साथ ही मोह, ईर्ष्या, लोभ आदि चीजों का त्याग करना चाहिए।
माघ मास में तिल और गुड़ का सेवन करना चाहिए। साथ ही इनका दान भी करना विशेष लाभकारी होता है।