Advertisement

उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन पर मंथन

उज्जैन-इंदौर मेमू के उपयोग का सुझाव

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

Advertisement

रतलाम-नागदा के बीच 160 किलोमीटर की स्पीड पर ट्रेन

उज्जैन।आने वाले दिनों में उज्जैन को कुछ रेल सेवाएं मिलने की उम्मीद है। इनमें से एक है उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन। इस ट्रेन के संचालन को लेकर मंथन चल रहा है, लेकिन दिक्कत रैक की अनुपलब्धता है। इस पर रेलवे को सुझाव दिया गया है कि उज्जैन-इंदौर व्हाया फतेहाबाद मेमू का विस्तार कर इसे चित्तौडग़ढ़ तक चलाया जाए।

Advertisement

पश्चिम रेलवे रतलाम मंड़ल द्वारा उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन चलाने के लिए कोशिश की जा रही है। इसके लिए प्रारंभिक प्लानिंग भी बन गई है, टाईम शेड्यूल पर मंथन हो रहा है,पर रैक परेशानी का कारण बनी हुई है। डिमांड ज्यादा होने से रैक नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए रेलवे को सुझाव दिया गया है।

इसमें बताया गया कि उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन के लिए उज्जैन-इंदौर मेमू का उपयोग किया जा सकता है। उज्जैन-इंदौर व्हाया फतेहाबाद मेमू के अभी फेरे कम है और टाइम शेड्यूल भी आम यात्रियों के लिए सुविधाजनक नहीं है। ऐसे में उज्जैन-इंदौर मेमू के टाईम शेड्यूल में आंशिक बदलाव करने के साथ इसे उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन के तौर पर संचालित किया जा सकता है।

Advertisement

पहले यार्ड रिमॉडलिंग फिर स्टेशन रिडेवलपमेंट

यार्ड रिमॉडलिंग रेलवे की प्राथमिकता में है। पहले उसे पूरा करने की योजना है। इसके लिए पूरा प्लान बनाकर काम किया जाएगा। इसके बाद उज्जैन, इंदौर के साथ रतलाम स्टेशन का भी डेवलपमेंट किया जाएगा। उज्जैन-चित्तौडग़ढ़ मेमू ट्रेन चलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। डिमांड ज्यादा होने से रैक नहीं मिल पा रहा है।

मिशन रफ्तार के तहत दिल्ली-मुंबई रूट को 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर ट्रेन चलाने के लिए तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पश्चिम रेलवे जोन में मुंबई, बड़ौदा और रतलाम मंडल में काम होना है।

सिविल इंजीनियरिंग ट्रैक, ब्रिज व ओएचई का काम चल रहा है। रतलाम मंडल के रतलाम-गोधरा के बीच गाडिय़ों को यह स्पीड नहीं मिल जाएगी क्योंकि उस सेक्शन में कर्व है। अभी रतलाम-नागदा सेक्शन को 160 किमी का कर रहे हैं। इसके स्पीड कॉशन हटाने के साथ अन्य बदलाव किए जा रहे हैं।

Related Articles