उज्जैन:यशवंत सागर में डेढ़ फिट पानी आना शेष…

दो से चार घंटे तक झमाझम हुई तो चल पड़ेंगे सायफन

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उज्जैन।गंभीर बांध के केचमेंट एरिया में यशवंत सागर की डाउन स्ट्रीम भी आती है। यशवंत सागर के जब भी सायफन चलते हैं तो उसका पानी सीधे गंभीर बांध में आता है। इस बार गंभीर बांध के 17 किमी के केचमेंट एरिया में न तो झमाझम बारिश हो रही है और न ही यशवंत सागर के केचमेंट एरिया में। यदि ऐसा हो जाए तो संभव है कि उज्जैन शहरवासियों को जलसंकट का सामना न करना पड़े।

यशवंत सागर कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां इस समय साढ़े 17 फिट पानी भरा हुआ है। कुल 21 फीट पानी की क्षमतावाले यशवंत सागर में जब पानी बढऩे लगता है तो 19 फीट की ऊंचाई के बाद सायफन चलने लगते हैं। पानी की आवक तेजी से होने पर छोटे और बढ़े,दोनों स्तर के सायफन चलाए जाते हैं। गंभीर बांध में जब भी रातों रात पानी बढ़ता है और बांध फुल हो जाता है तो उसके पिछे के यही दो कारण होते हैं। पहला गंभीर बांध के केचमेंट एरिया में झमाझम बारिश होना तथा दूसरा यशवंत सागर में पानी की आवक बढऩे के बाद 19 फीट जलस्तर होने पर सायफन का चलना। पूर्व के वर्षो में भी ऐसा ही हुआ है।

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1000 एमसीएफटी पहुंच जाएगा गंभीर का जल स्तर

गंभीर बांध पर जल स्तर 410 एमसीएफटी है। यह लगातार कम होता जा रहा है। बांध के केचमेंट एरिया में दो घण्टे की झमाझम बारिश होने पर जलस्तर 1000 एमसीएफटी पर पहुंच जाएगा, यह कहना है अंबोदिया के पूर्व सरपंच पर्वतसिंह का। उनके अनुसार सालों से यह देख रहे हैं। बाबा महाकाल अचानक चमत्कार करते हैं और अंतिम समय में बांध पूरा भर जाता है। इस बार भी ऐसा ही होगा। उण्डासा और साहिबखेड़ी की स्थिति: उण्डासा तालाब इस समय साढ़े 6 फिट भर गया है। इतने ही पानी की और आवश्यकता है। वहीं साहिबखेड़ी तालाब 4 फिट भरना शेष है।

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