कार्तिक मेला… ऑनलाइन दुकान आवंटन, झूले चकरी वाले पहुंचे

कीचड़ से सराबोर है ग्राउंड
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आचार संहिता से बिगड़ी रंगत, अब 5 दिसंबर से शुरुआत
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नगर निगम द्वारा प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा से शिप्रा नदी के किनारे कार्तिक मेला ग्राउंड में एक माह के मेले का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष आचार संहिता लागू होने के कारण नगर निगम अफसर असमंजस में रहे और बाद में चुनाव आयोग की मंजूरी मिली तो मेले की शुरूआत की तारीख आगे बढ़ गई।
परंपरागत कार्तिक मेला आयोजन को लेकर नगर निगम परिषद द्वारा आचार संहिता लागू होने के पहले ही मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन अफसरों को विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिये लागू आचार संहिता की चिंता सताने लगी। हालांकि चुनाव आयोग ने मेला आयोजन की अनुमति दे दी तो मेले की संरचना और दुकानों के आवंटन का पेंच फंस गया। इस बार नगर निगम द्वारा कार्तिक मेले में लगने वाली दुकानों का आवंटन ऑनलाइन किया जा रहा है।
इसकी प्रक्रिया 28 नवंबर तक चली और आज से सबसे अधिक बोली लगाने वाले व्यक्तियों को मेले में लगने वाले बाजारों में दुकानें आवंटित की जाएगी। इसके अलावा फूड झोन, झूलों हेतु खुली भूमि की भी अधिकतम बोली के बाद स्थान दिया जाना है। उक्त प्रक्रिया के बाद मेले में अलग-अलग साइज की अस्थाई दुकानों का निर्माण, पेयजल व सफाई व्यवस्था भी होना शेष है।
सीमेंटेड रोड, खुले मैदान में कीचड़
पिछले दो दिनों से हुई मावठे की बारिश के कारण कार्तिक मेला ग्राउंड की खुली भूमि पर कीचड़ हो चुका है। हालांकि मेला देखने आने वालों के लिये बनाई गई सड़क सीमेंटेड है। मेले में दुकान लगाने के इच्छुक व्यापारियों को कीचड़ से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बताया जाता है कि 5 दिसंबर से कार्तिक मेले का विधिवत शुभारंभ हो जाएगा। हालांकि एक माह तक लगने वाला यह मेला 5 जनवरी तक चलेगा या नहीं इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
यह रहता है आकर्षण
कार्तिक मेले में झूले, चकरी के अलावा फूडजोन और नारी श्रृंगार बाजार को लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। इसके अलावा नगर निगम द्वारा मेले में बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता, अभा मुशायरा, कवि सम्मेलन का आयोजन भी कराया जाता है जो आमजन काफी पसंद करते हैं।