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दो से ज्यादा विषयों में नकल पकड़ाई तो छात्र की परीक्षा निरस्त, प्रतिबंध भी

10वीं-12वीं की परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा मंडल की सख्ती

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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन 10वीं-12वीं की परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) सख्ती बरतने वाला है। किसी परीक्षार्थी की दो से ज्यादा विषयों में नकल पकड़ाई तो उसकी परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी। परीक्षा के दौरान एफआईआर दर्ज हुई तो वह पूरी परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। वह आगे भी बोर्ड परीक्षाएं नहीं दे पाएगा।

माशिमं की हाई स्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा में नकल रोकने के लिए और सख्ती से कदम उठाएगा। एक विषय में नकल प्रकरण बनने पर: किसी परीक्षार्थी पर एक विषय में नकल प्रकरण बनने पर या अगर उसने उद्दंडता भी की हो तो केवल उस विषय की परीक्षा निरस्त होगी। उस विषय में कैंसिल अंकित कर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। उसका मूल्यांकन भी नहीं होगा। अगर छात्र एक से अधिक विषय में नकल करते पकड़ाता है, तो उसकी संपूर्ण विषयों की परीक्षा और रिजल्ट निरस्त होगा। नकल प्रकरण प्राप्त होने पर किसी भी दशा में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होगा।

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केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष का रेंडमाईजेशन

इधर उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह की उपस्थिति में मंगलवार को प्रशासनिक भवन के सभाकक्ष में 5 फरवरी से प्रारम्भ होने वाली 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के मद्देनजर उज्जैन जिले के 81 केन्द्रों पर केन्द्राध्यक्ष और सहायक केन्द्राध्यक्ष का रेण्डमाईजेशन कर नियुक्ति की प्रक्रिया की गई। इसमें केन्द्राध्यक्ष और सहायक केन्द्राध्यक्ष का रेण्डमाईजेशन किया गया। इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी आनन्द शर्मा, समन्वय संस्था के प्राचार्य, माध्यमिक शिक्षा मण्डल के संभागीय अधिकारी, जिला संयोजक सुश्री कृतिका भीमावद, डीआईओ एनआईसी धर्मेन्द्र जैन,गिरीश तिवारी मौजूद थे।

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नकल कराने पर परीक्षा कार्यों से पांच साल तक वंचित

किसी परीक्षा केंद्र में सामूहिक नकल प्रमाणित होने पर संपूर्ण विषयों की परीक्षा और रिजल्ट निरस्त होगा। केंद्राध्यक्ष, पर्यवेक्षक या परीक्षा कार्य में लगे कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतने या सामूहिक नकल में सहयोग करते हुए पाए जाने पर उन्हें मंडल के परीक्षा कार्यों से आगामी पांच साल तक के लिए वंचित किया जाएगा।

तो परीक्षा से वंचित
अगर परीक्षा कक्ष में छात्र नकल, केंद्राध्यक्ष से दुर्व्यवहार, मारपीट करता है और एफआईआर हुई तो वह पूर परीक्षा से ही वंचित कर दिया जाएगा। आगे भी बोर्ड परीक्षा नहीं दे सकेगा।

एक समान उत्तर होने पर सामूहिक नकल का मामला

मूल्यांकन केंद्र पर उत्तर पुस्तिका की जांच के दौरान परीक्षा केंद्र की कम से कम 10 कॉपियों में हल किए गए एक तिहाई उत्तर, एक ही भाषा शैली में, एक ही तरीके से लिखे गए हों को सामूहिक नकल की श्रेणी में रखा जाएगा। ऐसे छात्रों की अन्य सभी विषयों कॉपी की जांच भी की जाएगी। सामूहिक नकल पाए जाने पर सभी विषयों का रिजल्ट निरस्त किया जाएगा। यही एक ही कॉपी में एक से अधिक हैं हैंडराइटिंग पाए जाने पर होगा।

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