रुद्रप्रयाग में फंसे 20 श्रद्वालुओं का रेस्क्यू, मिट्टी खोद हेलिपैड बनाया

हिमाचल और उत्तराखंड में बीते 3 दिनों से बारिश का कहर, 80 मौतें हो चुकीं

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अक्षरविश्व न्यूज . नई दिल्ली हिमाचल और उत्तराखंड में बीते 3 दिनों से बारिश का कहर जारी है। दोनों राज्यों में इस दौरान बारिश से लैंडस्लाइड और बादल से जुड़ी घटनाओं में 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में यहां तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।

उधर, उत्तराखंड में रुद्रप्रयाग के मध्यमहेश्वर धाम में दर्शन करने आए 20-25 श्रद्वालु फंस गए थे। दरअसल,मध्यमहेश्वर धाम और हाइवे के बीच बना पुल बारिश की वजह से टूट गया था। इसके बाद हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन धाम में उसके उतरने की जगह नहींं थी। तब 7 से ज्यादा स्थानीय महिलाएं आगे आईं और उन्होंने कुछ घंटों में हेलिपैड तैयार कर दिया। तब जाकर फंसे टूरिस्ट को सुरक्षित ले जाया गया।

उधर, हिमाचल के चमोली जिले में जोशीमठ के पास लैंडस्लाइड में एक घर ढह गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना मंगलवार देर शाम पीपलकोटी और जोशीमठ के बीच बद्रीनाथ राजमार्ग पर हेलंग गांव में हुई। चमोली पुलिस के अनुसार, चमोली जिले के पीपलकोटी, गडोरा, नवोदय विद्यालय पीपलकोटी, गुलाबकोटी, पागलनाला और विष्णुप्रयाग इलाके में हाईवे को नुकसान पहुंचा है।

राज्य में पिछले तीन दिनों में भारी बारिश, लैंडस्लाइड व बादल फटने से जुड़ी घटनाओं में 55 की मौत हो चुकी है। 950 से ज्यादा सड़कें जगह-जगह बंद पड़ी हैं

2 दिन हल्की बारिश का दौर, भोपाल-इंदौर में बूंदाबांदी

भोपाल। मध्यप्रदेश में अगले दो दिन हल्की बारिश का दौर रहेगा। बुधवार को भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कुछ शहरों में बूंदाबांदी हो सकती है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट होगी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 18 अगस्त के बाद पूर्वी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुेलेशन सिस्टम एक्टिव हो रहा है। इससे एक बार फिर तेज बारिश शुरू हो सकती है। अभी स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी नहीं है।

इस कारण तेज बारिश नहीं हो रही है और ओवरऑल बारिश के आंकड़े में कमी आ रही है। अब तक सामान्य से 5 फीसदी कम बारिश हुई है। इसमें पूर्वी हिस्से में फीसदी कम और पश्चिमी हिस्से में 7 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि 18 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन नॉर्मल पॉजिशन में आने की उम्मीद है। साइक्लोनिक सर्कुेलेशन भी एक्टिव होगा।

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