इंदौर में प्रदेश की पहली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन

By AV NEWS

इंदौर में प्रदेश की पहली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन, यात्रा के बाद मुख्यमंत्री बोले, मेट्रो के नक्शे में आया इंदौर खिलखिला रहा

मेट्रो के विस्तार की घोषणा की, कहा- मेट्रो इंदौर से पीथमपुर और इंदौर से सांवेर होते हुए उज्जैन तक जाएगी

अक्षरविश्व न्यूज. इंदौर:मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में प्रदेश की पहली मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन शुक्रवार शाम को हुआ। मुख्यमंत्री ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ मेट्रो की यात्रा की। मुख्यमंत्री बोले, मेट्रो से इंदौर के अद्भुत दर्शन हुए, मेट्रो के नक्शे में आया इंदौर खिलखिला रहा है।

शुक्रवार शाम को गांंधीनगर डिपो में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मेट्रो के विस्तार की घोषणा की। उन्होंने कहा, मेट्रो इंदौर से पीथमपुर और इंदौर से सांवेर होते हुए उज्जैन तक जाएगी। वर्ष 2028 के सिंहस्थ में इंदौर के लोग बाबा महाकाल के दर्शन करने मेट्रो ट्रेन से जायें। साथ ही उन्होंने गांधीनगर में रजिस्ट्री पर रोक के मामले में कहा कि रोक हटाने के लिए जल्द कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर में जीएसटी ट्रिब्यूनल बैंच के गठन की मांग भी की गई थी लेकिन मुख्यमंत्री ने इस पर बाद में चर्चा करने का कह दिया। आज लोक परिवहन सेवा के क्षेत्र में इंदौर सहित पूरे प्रदेश में के इतिहास में एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखा गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की पहली मेट्रो ट्रेन ट्रायल ट्रेन का फ्लैग ऑफ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या पादपूजन कर किया गया।

इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मालिनी गौड़, महेन्द्र हार्डिया आदि मौजूद रहे। इंदौर में 7500 करोड़ रुपए की लागत से विश्व स्तरीय इंदौर मेट्रो ट्रेन परियोजना का निमाज़्ण पूर्ण होने से नागरिकों को तेज, सुरक्षित, आधुनिक और आरामदेह सफर की सुविधा उपलब्ध होगी। इस सेवा से 7 लाख यात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे। हर मेट्रो ट्रेन में तीन कोच होंगे। कुल 25 मेट्रो ट्रेन संचालित की जाएगी। इन मेट्रो ट्रेनों की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी।

इंदौर। शनिवार को ट्रायल रन ली गई मेट्रो ट्रेन् के प्रति इंदौर के लोगों की दिवानगी कैसी है इसका अंदाजा तो इस बात से लगाया जा सकता है कि एक महिला ने इस ट्रेन में बैठने और अपना फोटो खींचने के लिए 7 घंटे तक तपस्या की। जब मुख्यमंत्री के द्वारा मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन ले लिया गया तो फिर इस महिला को सुरक्षाकर्मियों ने मेट्रो ट्रेन में सवार होने से रोका तो यह महिला उन सुरक्षा कर्मियों से लड़ ली, उनसे बहस की, आखिरकार ट्रेन के डब्बे में जाकर उसने अपनी सेल्फी ली। मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन के दौरान आम लोगों या मीडिया कर्मियों को भी मेट्रो ट्रेन के अंदर इंट्री नहीं दी गई।

जब मुख्यमंत्री मेट्रो में सवार होकर ए-3 स्टेशन पहुंचे तब एक महिला मेट्रो ट्रैन में बैठने की जिद पर अड़ गई। उसे सुरक्षा कर्मियों ने रोकने का काफी प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। इस महिला ने इन सुरक्षाकर्मियों से साफ शब्दों में कहा कि ट्रेन के डब्बे को अंदर बैठकर देखने के लिए में दोपहर 12 बजे से यहां आई हुई हूं। शाम की 7 बज गई है। मैं 7 घंटे से यहां रुकी हुई हूं।

उसके बाद भी मुझे ट्रेन के डब्बे में जाने से को क्यों और कैसे रोक सकते हो? इन सुरक्षा का द्घर्मयों के साथ विवाद और बहस करने के बाद यह महिला मेट्रो ट्रेन के डब्बे में प्रविष्ट हो गई। महिला ट्रेन की सीट पर जाकर बैठी, काफी देर तक बैठी और मेट्रो ट्रेन में सेल्फी लेने के बाद ही बाहर आई। जब महिला सीट पर बैठी हुई थी तो सुरक्षाकर्मी इस महिला की मिन्नत कर रहे थे कि कोच से बाहर आ जाओ। महिला ने बताया कि वह दोपहर 12 बजे से मेट्रो ट्रेन में बैठने के लिए यहां आई थी। यह महिला स्वयं को सपना बुलानी निवासी निपानिया का बता रही थी।

Share This Article