अब तनाव जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। तनाव व अवसाद की स्थिति चिंता के कारण उत्पन्न होती है। तनाव का असर व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों पर होता है। तनावग्रस्त व्यक्ति के व्यवहार में भी बदलाव देखने को मिलता है जैसे, उदास रहना, परेशान होना, चिड़चिड़ापन या अधिक गुस्सा आना।
चूंकि अवसाद या तनाव की स्थिति अब सामान्य हो चुकी है। ऐसे में लोग इसके लक्षणों पर अधिक ध्यान नहीं देते। समय के साथ तनाव बढ़कर गंभीर बीमारी का रूप ले लेता है और मानसिक बीमारियों का कारण बनता है।
हालांकि जीवन में कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर तनावमुक्त रहा जा सकता है और चिंता को काम किया जा सकता है। आइए जानते हैं तनाव को काम करने के तरीके और तनाव के कारण शरीर और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में।
तनाव को कम कैसे करें?
कंट्रोल कई गंभीर बीमारियों को भी काबू में कर सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, तनाव नियन्त्रित रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें।
सकारात्मक विचार रखें। अपना पॉजिटिव एटिट्यूड तनाव को कम करने में सहायक है।
अत्यधिक सोचें नहीं। जिन घटनाओं को आप नियन्त्रित नहीं कर सकते, उनके बारे में ज्यादा विचार करके चिंतित न हों।
तनावपूर्ण परिस्थितियों में आक्रामक होने के बजाय धैर्यवान रहें।
अपनी भावनाओं को काबू में रखना सीखें।
समय का सही तरीके से सदुपयोग करें।
जिन चीजों या बातों के कारण आपको सबसे ज्यादा स्ट्रेस होता है, उनकी पहचान करें।
तनाव कम करने के लिए शराब, ड्रग्स या अन्य मादक पदार्थ के सेवन से बचें।
करीबियों और प्रियजनों के साथ पर्याप्त समय बिताएं।
अगर तनाव की समस्या कम नहीं हो रही हो, तो मनोवैज्ञानिक के पास जाएं।