देवशयनी एकादशी के दिन इन चीजों का करें दान

एकादशी के दिन दान देना बेहद शुभ और मंगलकारी माना जाता है। दान एक ऐसा कार्य है जिसके जरिए हम न केवल धर्म का पालन कर रहे होते हैं बल्कि इसके प्रभाव से अपने जीवन की तमाम परेशानियों से भी निकाल सकते हैं। लंबी आयु, रक्षा और सेहत के लिए दान अचूक माना जाता है। जीवन की तमाम समस्याओं से निजात पाने के लिए दान का विशेष महत्व है।
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वेद और पुराणों में दान देने के महत्व का वर्णन मिलता है। वेदों में कहा गया है कि दान से इंद्रिय भोगों के प्रति आसक्ति (मोह) छूटती है। जो शरीर के छूटने या मुक्त होने में जरूरी भूमिका निभाती है। साथ ही साधक के मन और विचारों में खुलापन आता है। दान करने से सभी तरह के दैहिक, मानसिक और आत्मिक ताप मिट जाते हैं और दान देने वाले की सभी मनोकामनायें पूर्ण होती हैं।
इन चीजों का करें दान
देवशयनी एकादशी के दिन मंदिरों, ब्राह्मणों और गरीब लोगों को दान करने से परम नैतिकता की प्राप्ति होती है.
एकादशी के दिन भोजन, पानी, तिल, कपड़े, जूते, पैसे, छाता, फल और अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करना भी अच्छा माना जाता है क्योंकि ऐसा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है.
एकादशी पर जल का दान जरूर करना चाहिए. इससे जल के दान का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. किसी व्यक्ति को पानी पिलाने से पुण्य का काम माना जाता है.
एकादशी के दिन चावल का दान नहीं करना चाहिए. इससे भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं और व्यक्ति को अशुभ फलों की प्राप्ति होती है. शुक्रवार के दिन चावल का दान नहीं करना चाहिए।
भगवान विष्णु की कृपा-दृष्टि पाने के लिए देवशयनी एकादशी पर अन्न का दान करें और जरूरतमंदों को वस्त्र का दान अवश्य करें.
देवशयनी एकादशी पर मौसमी फल जैसे आम, तरबूज, खरबूजा आदि चीजों का दान करें और राहगीरों को मीठा जल पिलाएं.
देवशयनी एकादशी पर गेहूं, चावल और मूंग दाल का दान करें. गरीबों को भोजन, केसर युक्त दूध पिलाएं.
भगवान विष्णु की कृपा दृष्टि पाने के लिए पीले रंग के वस्त्र, केला और गेहूं का दान करें.