प्राकृतिक चिकित्सा समाज की आवश्यकता
उज्जैन। अभा प्राकृतिक चिकित्सा परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन शुक्रवार को विक्रम विवि के स्वर्ण जयंती सभागार में प्रारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. विमल कुमार मोदी ने की। मुख्य अतिथि वरिष्ठजन नागेंद्र नाथ दीक्षित और विशिष्ट अतिथि विधायक पारस जैन उपस्थित रहे। दीप प्रज्जवलन के बाद गांधीजी को पुष्प अर्पण किए गए। इस अवसर पर कुसुम शा ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा आज समाज की आवश्यकता है। इसका प्रचार प्रसार करने के लिए जो भी संभव हो हमें वह करना चाहिए।
शीतल अवनीश गुप्ता ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है। विवि के प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने प्राकृतिक रूप में उपलब्ध जड़ी बूटियों और वनस्पतियों के महत्व पर प्रकाश डाला। विक्रम विवि के कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार पांडे ने कहा कि हमें अधिक से अधिक प्रकृति के संपर्क तथा सानिध्य में रहना होगा। वरिष्ठ समाजसेवी रवि प्रकाश लंगर ने कार्यक्रम को आयोजित करने में प्रमुख भूमिका निभाई।
विधायक जैन ने कहा कि इस चिकित्सा का लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए उनकी तरफ से जो भी सहायता होगी वह हमेशा देने को तत्पर है। रोटरी क्लब अध्यक्ष मुकेश जौहरी ने प्राकृतिक चिकित्सा के अभियान को घर-घर तक पहुंचाने में क्लब का जो भी योगदान होगा उसे देने का आश्वासन दिया।
परिषद महामंत्री डॉ अवधेश कुमार मिश्रा ने भी संबोधित किया। मुख्य अतिथि दीक्षित ने प्राकृतिक चिकित्सा के योगदान की सराहना की। अध्यक्षीय भाषण डॉ विमल कुमार मोदी ने दिया। इस अवसर पर विवि के सत्येंद्र कुमार मिश्रा ने आभार माना। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में देश के अनेक प्रांतों से लगभग 250 प्रतिभागियों ने भागीदारी की।