Thursday, June 1, 2023
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बडऩगर:अंतरराष्ट्रीय योग दिवस- 60 वर्ष की उम्र में 150 कलाओं के योग प्रतिदिन करते हैं हरिसिंह

प्रशांत व्यास .बडऩगर।21 जून को पूरे विश्व में योग दिवस मनाया जाता है। भारत की प्राचीन परंपरा योग को विश्व पटल पर स्थापित करने के लिए हमारे योग ऋषियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। योग की यह परंपरा भारत में ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंची है। जिसका एक उदारहरण हम आपको बताने जा रहे हं। हम बात कर रहे हैं तहसील के गांव पलदूना के हरिसिंह व्यास की।

जिनकी उम्र 60 वर्ष है। किसान हरिसिंह उम्र की बढ़ती वृद्धावस्था के बाद भी डेढ़ सौ कलाओं के योग पूर्ण स्थिति में कर लेते हैं। कठिन से कठिन योग युवाओं को करने में दिक्कतें आती है पर हरिसिंह इस उम्र में प्रतिदिन योग कर के युवाओं में नई ऊर्जा का संचार कर रहे हैं। विगत 40 वर्षों से प्रतिदिन योग करते आ रहे हैं।

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इनके द्वारा किए जाने वाले महत्वपूर्ण योग का महत्व
हरीश सिंह द्वारा प्रतिदिन किए जाने वाले योग में महत्वपूर्ण योग इसमें ‘नटराज आसन’ जिसे करने से वजन कम करने में मदद मिलती है। यह आपके शरीर की मुद्रा में सुधार करता है और शरीर के संतुलन को बढ़ाता है। नटराज आसन करने से थाई हिप्स, धड़कनों और सीने की मसल्स को स्ट्रेच करने में मदद मिलती है। यह आपकी एकाग्रता बढ़ाने के लिए भी लाभकारी योगासन है।

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दूसरा है ‘गर्भासन’ पाचन में यह पेट की मालिश करते हुए कैसे स्ट ग्रंथि को सही तरीके से काम करने के लिए उत्तेजित करता है और इस तरह से भोजन के पाचन में सहायक है। तांत्रिक तंत्र के लिए योग्य आसन तांत्रिक तंत्र को मजबूत बनाता है। क्रोध कम करने के लिए यह आसन उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। जिन्हें क्रोध बहुत ज्यादा आता है। इस तरह से यह आपको मन को शांत करने में उपयोगी है। यह आसन खूबसूरती के लिए भी है। अपनी त्वचा की चमक एवं खूबसूरती को बनाए रखता है। इस आसन का नियमित अभ्यास जरूरी है। ‘मयूरासन; आमतौर पर मयूरासन से गुर्दे अग्नाशय और आमाशय के साथ ही यकृत इत्यादि को बहुत लाभ होता है। यह आसन से फेफड़ों लिए बहुत उपयोगी है। मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह आसन लाभकारी होता है।

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पिता व बड़े भाई से मिली प्रेरणा
हरिसिंह बताते है कि उनके पिता भी प्रतिदिन योग करते थे। बचपन से उन्हें देखते देखकर योग के महत्व को समझा। इनके बड़े भाई सुभाष व्यास कबड्डी में प्रतिभावान थे। वे भी प्रतिदिन योग किया करते थे। उन से ही सिख कर इन्होंने अपने दैनिक दिनचर्या में योग को अपनाया।

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लॉकडाउन में भी प्रतिदिन स्वस्थ रहने का दिया संदेश
कोरोना संक्रमण के चलते प्रत्येक व्यक्ति सहमा हुआ था। हरिसिंह के पुत्र प्रहलाद व्यास ने सोशल मीडिया पर अपने पिता के योग की मुद्राएं वाले फोटो शेयर करके जनमानस को स्वस्थ रहने के लिए योग करने का संदेश भी दिया। जिसका एक अलग ही प्रभाव रहा ।

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