वाणिज्य अध्ययनशाला में कुलपति पाण्डेय ने कहा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: भारतीय प्रबंध विश्व में सर्वोच्च स्थान रखता है। भारत के प्रमुख प्रबंध संस्थानों को अध्ययन-अध्यापन में भारतीय प्रबंध को शामिल करना चाहिए। प्रबंध वह ताकत है जिसके युक्ति युक्त प्रयोग से जीवन में कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है।
उक्त उदगार विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अखिलेश कुमार पाण्डेय ने वाणिज्य अध्ययनशाला में प्रबंधन के नवीन विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये। वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेन्द्र कुमार भारल ने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढऩे एवं भविष्य संवारने की दिशा में व्यावहारिक अनुभव को विशेष प्राथमिकता देने का आव्हान किया।
इस अवसर पर परीक्षा नियन्त्रक डॉ. एम. एल. जैन एवं प्रोक्टर डॉ. शैलेन्द्र कुमार शर्मा ने भी अपने उद्ग़ार व्यक्त किए ।
प्रारंभ में अतिथियों ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का स्वागत डॉ. आशीष मेहता, डॉ. नागेश पाराशर, डॉ. कायनात तंवर, डॉ. परिमिता सिंह, डॉ. अनुभा गुप्ता, प्रवीण शर्मा ने किया। स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेंद्र कुमार भारल ने दिया। संचालन डॉ. रुचिका खंडेलवाल ने किया तथा आभार डॉ. नेहा माथुर ने माना।