मां का दरबार सजाया, भोग लगाया, चुनरी ओढ़ाई

मेहंदी लगी म्हारा हाथ मां, मां को चुनरी उड़ाई, मां तू ही अम्बा, तू ही रणचंडी जैसे भक्ति गीतों पर श्री फतेहपुरिया अग्रवाल पंचायत की 250 से अधिक महिलाओं ने मां राणीसती दादी का दरबार सजाकर मां की भक्ति में रमकर मां को मेहंदी लगाई, हल्दी चढ़ाई और चुनरी ओढ़ाकर उत्सव मनाया।

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शैलजा बैराठी, सरला अग्रवाल, सरोज अग्रवाल ने बताया कि मुंबई से आई गायिका सूरज मानधन्या द्वारा 720 वर्ष पहले अग्रवालों के तीर्थ झुंझमु में रण में रणचंडी बनकर लडऩे वाली मां राणी सती दादी का मंगलपाठ करते हुए 111 चौपाईयों के माध्यम से दादी के चरित्र की संगीतमय कथा प्रस्तुत की।

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