उज्जैन। सामाजिक न्याय परिसर के रामलीला मैदान में चल रही रामलीला में 13 अक्टूबर को भरत मिलाप हुआ। राजकुमार भरत प्रभु श्रीराम, भाई लक्ष्मण और सीता से मिलने के लिए चित्रकूट पहुंचे।
रामलीला में लक्ष्मणजी ने जहां शूर्पणखा की नाक काटी। वहीं रावण ने छल से माता सीता का हरण किया, जटायु मरण का प्रसंग भी रामलीला में मंचित हुआ।
कथा के प्रारंभ में बालयोगी उमेशनाथ महाराज, सांसद, जगदीश अग्रवाल, तरूण खंडेलवाल, जयंत दाभाड़े, ईश्वरचंद दुबे ने आरती की। कार्यक्रम संरक्षक उल्लास वैध, भगवान शर्मा, संयोजक सोनू गेहलोत, संस्कार मंच के कार्यकारी अध्यक्ष चरणजीत सिंह कालरा, सुनील खत्री आदि मौजूद थे।