रेलवे स्टेशन परिसर की सफाई व्यवस्था ठप्प, नहीं उठा कचरा

सफाईकर्मी बोले… दो माह से वेतन नहीं मिला, कैसे करें काम, ठेका कंपनी की लापरवाही…
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:रेलवे विभाग द्वारा स्टेशन और परिसर की सफाई व्यवस्था ठेके पर कराई जाती है। ठेकेदार के कर्मचारियों ने आज अपना काम नहीं किया जिस कारण स्टेशन परिसर में हर जगह गंदगी नजर आने लगी। स्थिति यह रही कि प्लेटफार्म पर लगे डस्टबीन भी खाली नहीं हुए थे।

रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म और रेलवे लाइन की सफाई का ठेका अमर इंडिया प्रा.लि. कंपनी भोपाल के पास है। उक्त कंपनी द्वारा पेटी कांट्रेक्टर के माध्यम से सफाई कर्मचारी नियुक्त कर कार्य कराया जाता है। सफाईकर्मियों का काम है कि स्टेशन के प्लेटफार्म 1 से लेकर 8 तक प्रतिदिन सुबह शाम सफाई एवं धुलाई कार्य करें। इसके अलावा रेलवे लाइन की नियमित सफाई भी इन्हीं के जिम्मे रहती है।
उक्त कर्मचारी प्लेटफार्म पर लगे डस्टबीन खाली करते हैं, लेकिन शुक्रवार सुबह स्टेशन के प्लेटफार्म, लाइन और परिसर का नजारा कुछ अलग ही था। यहां पर प्रतिदिन की तरह सफाई नहीं होने से जगह-जगह गंदगी और कचरा बिखरा पड़ा था। रेलवे लाइन पर भी गंदगी थी। सफाईकर्मी स्टेशन तो पहुंचे थे लेकिन कार्य नहीं कर रहे थे। पूछताछ में उन्होंने ठेकेदार की मनमानी सहित कई चौकाने वाली बातें बताई।
डबल ड्यूटी कर चलाते हैं काम
सफाईकर्मियों ने बताया कि कलेक्टर द्वारा निर्धारित रेट पर वेतन नहीं मिलने के कारण सुबह 6 से रात 10 बजे तक डबल ड्यूटी करते हैं जिससे घर चलता है। ऐसे में यदि दो-दो माह तक वेतन नहीं मिलेगा तो घर चलाना भी मुश्किल हो जाएगा।
सरकार द्वारा निर्धारित रेट जितना वेतन भी नहीं मिलता
अरबाज, अमीर, सद्दाम, नासिर, मनोहर, श्याम, मदन, रामचंद्र सहित एक दर्जन से अधिक सफाईकर्मी स्टेशन परिसर में हड़ताल कर बैठे थे। उनसे चर्चा की गई तो सभी ने एक स्वर में कहा कि दो माह हो गये। वेतन नहीं मिला है। ठेकेदार द्वारा एक शिफ्ट के 6500 रुपये दिये जाते हैं, जबकि कलेक्टर रेट इससे दो गुना है। मजबूरी के चलते हम लोग यहां काम कर रहे हैं और उसके बाद भी समय से वेतन नहीं मिल रहा। इसकी शिकायत डीआरएम, समाधान ऑनलाइन पर कर चुके हैं लेकिन कहीं से कोई निराकरण नहीं हुआ। खास बात यह कि ठेका मैनेजर सोनम अग्रवाल तो फोन भी नहीं उठातीं। अमर इंडिया प्रा.लि. कंपनी में 50 से अधिक लोग सफाई कार्य करते हैं।








