लोटस हॉस्पिटल : जन्म की सूचना देने में लापरवाही
माता-पिता के सरनेम सहित शिशु की जन्म तारीख तक गलत भेजी
उज्जैन। निजी अस्पतालों के अनेक कारनामे अक्सर सामने आते रहते है। ऐसा ही एक कारनामा लोटस हॉस्पिटल का आया है, जिसमें जन्म प्रमाण-पत्र जारी करने के दस्तावेज में एक दिन पहले ही शिशु का जन्म दर्शा दिया। बच्चे का पिता अब कागजात में जन्म की सही तारीख दर्ज कराने के लिए अस्पताल के चक्कर खा रहा है।
आमतौर पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाने और उसमें संशोधन करवाने में आवेदकों को पसीने छुट जाते है। इसके बाद भी शहर के कई हॉस्पिटल और नर्सिंग होम संचालक अपने यहां जन्म लेने वाले शिशुओं की सही जानकारी नगर निगम जन्म एंव मृत्यु शाखा विभाग को देने में लापरवाही बरत रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला फ्रीगंज वररूचि मार्ग स्थित लोटस हॉस्पिटल का सामने आया है।हॉस्पिटल स्टाफ द्वारा एक जानकारी बच्चे के अभिभावकों को दी गई है और एक जानकारी तौर पर जन्म एंव मृत्यु शाखा विभाग नगर निगम को भेजी गई है। हैरानी की बात यह है जन्म जानकारी/ जन्म रजिस्टर के तौर पर दिए गए उक्त दोनों पत्र में माता-पिता के सरनेम सहित बच्चे की जन्म तारीख भी गलत अंकित की गई है।
यह है मामला..कमलेश पाटीदार ने बताया कि लोटस हॉस्पिटल मेें शिशु का जन्म १८ अक्टूबर २०२२ को हुआ था। जन्म प्रमाण पत्र के लिए हॉस्पिटल के दस्तावेजों के साथ जन्म मृत्यु शाखा नगर निगम में संपर्क किया।
शिशु का सही जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है। हॉस्पिटल द्वारा जो जानकारी भेजी गई है उसमें शिशु के जन्म की जानकारी सही नहीं है। यहीं वजह है कि उन्हें जन्म प्रमाण पत्र बनाने में दिक्कत आ रही हैं। नगर निगम के अधिकारी भी हॉस्पिटल की जानकारी को ही सही बता रहे हैं। मेरे द्वारा दी गई सही जानकारी को निगम अधिकारी खारिज कर रहे हैं।
इनका कहना है: मामला मेरी जानकारी में नहीं है। यदि बेक ऑफिस स्टाफ ने कोई गलती की है तो दिखवाता हूं। – अमित पटेल, संचालक लोटस हॉस्पिटल उज्जैन