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वरिष्ठजनों का उनके पुत्र और शिष्य ने किया सम्मान

उज्जैन। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी उज्जैन में अनूठा आयोजन किया गया, जिसमें वरिष्ठजनों का सम्मान उनके पुत्रों एवं शिष्य द्वारा किया गया। वरिष्ठजनों ने जहां अपने पुत्रों और शिष्यों को आशीर्वाद देते हुए अपना जीवन दर्शन एवं दीर्घकालीन अनुभव साझा किए। वहीं पुत्रों एवं शिष्य ने अपने माता-पिता और गुरुजनों के संघर्ष की गाथा भावपूर्ण शब्दों में प्रस्तुत की।

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समारोह में इतिहासकार डॉ. भगवती लाल राजपुरोहित, संस्कृत के विद्वान डॉ. बालकृष्ण शर्मा, शिक्षाविद बी.के. शर्मा, चिकित्सक डॉ. सी.एम. पुराणिक एवं डॉ. शैलेंद्र पाराशर का सम्मान किया गया। अध्यक्षता महर्षि पाणिनी संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति विजय कुमार मेनन ने की। संचालन पिलकेंद्र अरोरा ने किया। संस्था द्वारा वरिष्ठजन सेवा एवं गौ सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी पंकज एम. कृष्णप्रिय द्वारा दी गई। अभिनंदन पत्र का वाचन उपेंद्र गुप्त द्वारा किया गया।

वरिष्ठजनों के सम्मान एवं दो पीढिय़ों के संवाद समारोह का आयोजन जीवन उद्घोष समिति उज्जैन द्वारा महाश्वेता नगर में किया गया। समिति के संरक्षक डॉ. मोहन गुप्त अपने जन्मदिन को हर वर्ष वरिष्ठजन सम्मान दिवस के रूप में आयोजित करते हैं, जिसमें नगर के वरिष्ठजनों का सम्मान किया जाता है। प्रो. केदारनारायण जोशी, एन.पी. शर्मा, डॉ. राजेंद्र प्रकाश गुप्त, शिवकुमार दुबे, प्रो. तुलसीदास परोहा, प्रवीण जोशी, डॉ. शुभा मुंगी उपस्थित थे।

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