उज्जैन:भेरूगढ़ थाना परिसर में पानी की टंकी पर चढ़कर युवक ने लगाई छलांग

By AV NEWS

पुलिसकर्मी बातों में उलझाकर कोशिश कर रहे थे, नजदीक आये तो कूदकर दे दी जान

उज्जैन। पलसोड़ा थाना उन्हेल में रहने वाले एक अधेड़ ने अज्ञात कारणों के चलते भेरूगढ़ थाना परिसर स्थित पानी की टंकी से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बताया कि अधेड़ के हाथ में हसिया था। उसे बातों में उलझाकर नीचे उतारने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिसकर्मी जैसे ही उसके नजदीक पहुंचे अधेड़ ने कूदकर आत्महत्या कर ली।

भेरूलाल पिता अनार उम्र 45 वर्ष निवासी पलसोड़ा थाना उन्हेल सुबह करीब 7 बजे भेरूगढ़ थाना परिसर स्थित पानी की टंकी पर चढ़कर शोर मचाने लगा। उसे लोगों ने देखा तुरंत पुलिसकर्मी टंकी के नीचे पहुंचे भेरूलाल को नीचे उतरने के लिये मनाते रहे, लेकिन वह चिल्ला रहा था कि मेरी कोई नहीं सुनता, मैं बहुत परेशान हूं। पुलिसकर्मी पेन व कागज लेकर टंकी के नीचे पहुंचे। भेरूलाल से कहा कि हम तुम्हारी बात सुनकर तुरंत रिपोर्ट भी लिख रहे हैं, जिससे परेशान हो उसे पकड़ लेंगे।

एक ओर पुलिसकर्मी भेरूलाल को बातों में उलझाए हुए थे तो दूसरी ओर दो पुलिसकर्मी सीढिय़ों के रास्ते टंकी पर चढ़ रहे थे। 20 मिनिट तक भेरूलाल को बातों में पुलिस ने उलझाया। उसके हाथ में हसिया था इस कारण सावधानी बरतते हुए आरक्षक दो तरफ से भेरूलाल के नजदीक पहुंचने की कोशिश करते रहे, लेकिन भेरू ने दोनों आरक्षकों को देख लिया और टंकी की रेलिंग पर बैठ गया। आरक्षकों ने भेरू से सभी शिकायतें सुनकर हल कराने का आश्वासन दिया लेकिन जैसे ही उसके नजदीक पहुंचने की कोशिश की भेरू ने रेलिंग के ऊपर से जमीन पर छलांग मार दी और जमीन पर गिरते ही उसकी मृत्यु हो गई।

बेटे ने कहा…दिमाग खराब था, दराता लेकर घूम रहे थे

पुलिस ने भेरूलाल के शव को जिला चिकित्सालय पहुंचाया। उसके कपड़ों से मिले आधार कार्ड, डायरी आदि में लिखे मोबाइल नंबरों पर फोन लगाये जिससे उसकी शिनाख्त हुई। भेरूलाल के पुत्र रितेश ने बताया कि पिताजी का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। दो दिनों से वह हाथ में दतारा लेकर घूम रहे थे। शुक्रवार को वह घर पर बिना बताये कहीं चले गये। रात तक नहीं लौटे तो तलाश शुरू की। उज्जैन नागदा आदि जगह रिश्तेदारों के यहां ढूंढा लेकिन पता नहीं चला। सुबह पुलिस से फोन पर उनकी आत्महत्या की सूचना मिली।

थाने पहुंचकर पुलिस ने कहा…मुझे बंद कर दो
भेरूलाल के जीजा प्रभुलाल ने बताया कि भेरूलाल बाइक लेकर उन्हेल थाने गया था। उसके हाथ में दराता था। एसआई शर्मा ने भेरूलाल ने कहा कि लोग मुझे पीट रहे हैं, मुझे थाने में बंद कर दो। एसआई शर्मा ने उसकी बाइक थाने में खड़ी करवाई और कुछ देर बैठाने के बाद रवाना कर दिया था, लेकिन वह उज्जैन कैसे पहुंच गया इसकी जानकारी किसी को नहीं।

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