उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं नया चेहरा

विधानसभा चुनाव: प्रत्याशी चयन से तय होंगे चुनावी समीकरण
उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं नया चेहरा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:विधानसभा चुनाव को लेकर उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी से दावेदार के रूप में कम नेताओं के नाम चर्चा में है। जबकि कांग्रेस से लगभग 10 से ज्यादा नेताओं के नाम दावेदार के रूप में चल रहे हैं। इनमें से कुछ दावेदारों को उनके समर्थकों ने अभी से भावी विधायक घोषित कर दिया है। चर्चा इस बात की है कि इस विधानसभा क्षेत्र से पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की पसंद के मुताबिक प्रत्याशी का चयन किया जाएगा। कांग्रेस के ज्यादातर कार्यकर्ता चाहते हैं कि आप इस विधानसभा क्षेत्र से किसी ऐसे नेता को चुनाव लडऩे का मौका दिया जाए जिसे अभी तक एक बार भी चुनाव लडऩे का मौका नहीं मिला हो।
इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा जनता पार्टी से दावेदार के रूप में जिन नेताओं के नाम चल रहे हैं उनमें विधायक एवं प्रदेश की उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष इकबाल सिंह गांधी, युवा नेता भानु भदौरिया, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जयसिंह दरबार, म.प्र. जन अभियान परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष प्रदीप पांडे आदि शामिल हैं। जबकि कांग्रेस से जिन नेताओं के नाम दावेदार के रूप में चर्चा में हैं। उनमें चेतन यादव, अजीतसिंह ठाकुर, भरत पोरवाल, बीनू कुशवाह, देवव्रत यादव, राजेंद्र वशिष्ठ आदि शामिल हंै।
चार बार से भाजपा को मिल रही सफलता
सन 2003 से भारतीय जनता पार्टी को लगातार सफलता मिल रही है। इसका कारण कांग्रेस नेताओं के बीच भितरघात एवं निर्दलीय रूप से चुनाव लडऩा रहा है। जबकि एक समय उज्जैन दक्षिण के ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस का एक तरफा वर्चस्व कायम रहा। लेकिन कांग्रेस के कुछ नेताओं के बीच आपसी मनमुटाव और भितरघात के कारण विधानसभा चुनाव में इसका फायदा भाजपा को मिला।
कांग्रेस प्रत्याशी चौथे नंबर पर
सन् 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने योगेश शर्मा चुन्नू को टिकट दिया। उस दौरान जयसिंह दरबार और राजेन्द्र वशिष्ठ निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े। जिससे भाजपा प्रत्याशी शिवनारायण जागीरदार विजयी हुए। जबकि दोनों निर्दलीय प्रत्याशी दूसरे एवं तीसरे नंबर पर रहे। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी शर्मा चौथे नंबर पर पहुंच गए।
कई गांव शामिल
उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में नए शहर सहित कई गांव शामिल हैं। पहले ज्यादातर गांव के मतदाता कांग्रेस के पक्ष में मतदान करते थे। लेकिन धीरे-धीरे भाजपा के प्रति झुकाव हुआ। कांग्रेस के नेताओं द्वारा निर्दलीय रूप से चुनाव लडऩे से चुनावी समीकरण प्रभावित हुए।
नये दावेदार सामने आए
उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को पिछले कई चुनाव से हार का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच आगामी विधानसभा के लिए नये चेहरों में अजीतसिंह, चेतन यादव, सोनू शर्मा निनोरा, भरत पोरवाल के नाम प्रमुख दावेदार के तौर पर सामने आएं हैं।