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एक विद्यार्थी ने दी चेतावनी- मेरा भविष्य दांव पर, सुसाइड कर लूंगा

परीक्षा परिणाम बिगड़ा, परेशानी बताने 3 घंटे विवि के गेट पर बैठे रहे विद्यार्थी

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उज्जैन। विक्रम विवि की बीएड परीक्षा का परिणाम बिगडऩे से कई विद्यार्थी परेशान है। देवास से अपनी समस्या बताने आए विद्यार्थियों को तीन घंटे तक विवि के द्वार पर बैठकर जिम्मेदार अधिकारी के आने का इंतजार करना पड़ा। इस बीच एक छात्र ने दी चेतावनी- मेरा भविष्य दांव पर है, सुसाइड कर लूंगा।

विवि द्वारा 27 सितंबर को बीएड चौथे सेमेस्टर का परिणाम घोषित किया है। इसमें रतलाम, देवास सहित अन्य जिलों के विद्यार्थियों को एक विषय में कम नंबर देकर एटीकेटी दी है। परिणाम से असंतुष्ठ छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को विवि पहुंचकर विरोध जताया। गुरू द्रोण कॉलेज देवास के छात्र आशीष मालवीय ने कहा कि कॉलेज में पढने वाले विद्यार्थियों को एक ही विषय में दो-चार नंबर देकर एटीकेटी दे दी है। मालवीय ने कहा कि वह तीन सेमेस्टर में टॉपर रहा है। उसके तीनों सेमेस्टर में 75 से 85 प्रतिशत तक नंबर है, लेकिन चौथे सेमेस्टर में आकर पूरा परिणाम बिगड़ दिया है।

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45 विद्यार्थियों में से 37 विद्यार्थी को दो से चार नंबर

कॉलेज में 45 विद्यार्थियों में से 37 विद्यार्थी को दो से चार नंबर दिए है। छात्र मालवीय ने बताया कि वह वर्ग एक व दो में क्लियर हो चुका हैं। चौथे सेमेस्टर में आकर विश्वविद्यालय ने मेरा भविष्य दांव पर लगा दिया। ऐसे में मेरे सामने तो सुसाइट करने के सिवाय कुछ नही है। छात्र-छात्राओं का कहना था कि विश्वविद्यालय को वापस से बीएड चौथे सेमेस्टर के लिए विशेष परीक्षा आयोजित होना चाहिए।

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नारेबाजी हुई तब आए कुलसचिव

देवास जिले के अलग-अलग कॉलेजों के विद्यार्थी एक ही विषय में एटीकेटी मिलने से नाराज होकर विक्रम विश्वविद्यालय पहुंचे थे। विश्वविद्यालय में कार्यपरिषद की बैठक होने के कारण कुलपति और कुलसचिव बाहर नहीं आए। इस बीच देवास के विद्यार्थियों के विवि आने की जानकारी मिलने पर एनएसयूआई के पदाधिकारी विश्वविद्यालय पहुंचे और नारेबाजी की। शोर होने पर कुलसचिव डॉ प्रज्ज्वल खरे बाहर आए और विद्यार्थियों से बात की। कुलसचिव ने परीक्षा कंट्रोलर एमएल जैन को सैंपल चैकिंग के लिए विद्यार्थियों से आवेदन लेने के निर्देश दिए। कुलसचिव ने विद्यार्थियों का आश्वासन दिया कि उनकी समस्या का नियमानुसार समाधान किया जाएगा।

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