उज्जैन। वर्ष की 12 पूर्णिमा में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। आज चतुर्दशी के संयोग में पूर्णिमा मनाई जा रही है। इस दिन पवित्र नदियों स्नान और दीपदान किया जाता है। मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट सहित अन्य घाटों पर हजारों आस्थावान स्नान के लिए पहुंचे हैं। प्रशासन ने भी व्यवस्था के समुचित प्रबंध किए हैं। कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए रविवार से ही बाहर से श्रद्धालुओं का धार्मिक नगरी में आना शुरू हो गया था।
सुबह से शिप्रा के घाटों पर स्नान के लिए भीड़ लगी हैं। स्नान के बाद श्रद्धालु मंदिरों में दर्शन-पूजन कर रहे हैं। कार्तिक मास में दीपदान का भी विशेष महत्व है। स्नान के बाद दीपदान भी कर रहे हैं। महाकाल मंदिर और महाकाल लोक में भी हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
उज्जैन आने वाली बसों और टे्रनों में भीड़ हैं। इधर वैकुंठ चतुर्दशी व कार्तिक पूर्णिमा के महासंयोग में शिप्रा के सिद्धवट घाट पर आस्था उमड़ रही हैं। देशभर से श्रद्धालु पितृकर्म के लिए सिद्धवट पहुंचे हैं। भगवान सिद्धनाथ का दुग्धाभिषेक किया जा रहा है।
शाम 4 बजे निकलेगी महाकाल की सवारी:
आज परंपरा अनुसार शाम 4 बजे कार्तिक मास में भगवान महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। भगवान चांदी की पालकी में सवार होकर मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट जाएंगे।
गुरुनानक देव का प्रकाश पर्व आज:
गुरु गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व पर आज मुख्य समारोह गुरुद्वारा श्री गुरुनानक घाट साहिब पर आयोजित किया जा रहा है। समाज के जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंघ अरोरा के अनुसार प्रकाश पर्व पर दोपहर 2 बजे नगर कीर्तन निकाला जाएगा।