चर्म एवं कुष्ठ रोग निदान शिविर में अतिथियों ने कहा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन कुष्ठ रोग में डरने की आवश्यकता नहीं है, सही इलाज करवाकर जनमानस में जागरूकता लाएं। यह बात चर्म एव कुष्ठ रोग निदान शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. वनिता खड़ोट ने कही।
एनएमए एमआर मंसूरी ने बताया कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपक पिप्पल के आदेश अनुसार जिला कुष्ठ अधिकारी एसके अखण्ड व मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजेन्द्रसिंह अजनार के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत सिविल हॉस्पिटल बडऩगर में शिविर का शुभारंभ वरिष्ठ चिकित्सक वनिता खटोड, सिविल हॉस्पिटल प्रभारी बडऩगर डॉ. एस के श्रीवास्तव, डॉ. मधुसुदन राजावत, डॉ. मोनिका कोठारी, डॉ. उर्वशी राजावत, डॉ. नयन भारती, हेल्थ एजुकेटर नारायण अकेला, एनएमए एमआर मंसूरी की उपस्थिति में मां सरस्वती का पूजन कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुयश श्रीवास्तव द्वारा की गई।
शिविर में मरीजोंं का परीक्षण एवं उपचार किया गया। हेल्थ एजुकेटर नारायण अकेला द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा एवं विकृति प्रबंधन हेतु जानकारी दी गई। एनएमए मंसूरी ने कहा कि कुष्ठ के विरूद्ध आखरी युद्ध है। कुष्ठ एक साधारण बीमारी है। यह छुआ छूत का रोग नहीं है, देवी देवताओं का अभिशाप नहीं है, पुन:जन्म का पाप भी नहीं है। यह जीवाणु से होता है सही समय पर इलाज लेने से पूर्णत: ठीक हो जाता है। इस अवसर पर जगदीश अजमेरी, मुकेश सोनी, जितेन्द्रसिंह परिहार, साक्षी पाटील, रेखा शर्मा, सुनिता चौहान, रजनी सोलंकी, सर्वेश बघेल व अन्य स्टाफ उपस्थित रहा। संचालन कन्हैयालाल बर्फा द्वारा किया गया। आभार दिनेश पंचोली ने माना।