जमीन पर गुमटी रखने और हटाने को लेकर दो पक्ष आपस में भिड़े, दो जिंदा जले, एक गंभीर

इंदौर। पिछले दो दिनों से सिमरोल क्षेत्र में एक गुमटी और उसके आसपास की जमीन को लेकर चल रहा विवाद बीती रात बढ़ गया और पुलिस की मौजदूगी में दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। बताया जा रहा है कि जिस पक्ष का गुमटी पर कब्जा था, उसे हटाने के लिए दूसरे पक्षों के लोगों ने डंपर से मलबा डाल दिया तो बवाल हो गया। बवाल के दौरान एक पक्ष के काका-भतीजा जल गए, जिनमें काका की हालत नाजुक है। पीडि़तों का आरोप है कि उन्हें पुलिस की मौजूदगी में दूसरे पक्ष के लोगों ने पेट्रोल डालकर जलाया। वहीं पुलिस का कहना है कि वे खुद जले हैं।

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सिमरोल के रहने वाले पुष्पेंद्र और उसके काका भंवरसिंह को जलने के चलते एमवाय की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि भंवरसिंह 50 प्रतिशत से ज्यादा जल चुका है। उसकी हालत नाजुक है। पुष्पेंद्र के हाथ जले हैं।

दोनों को लाने वालों का आरोप है कि पांच महुआ रोड पर एक गुमटी है, जिस पर पहले भंवरसिंह चाय की दुकान चलाता था। बाद में वहां भंगार की दुकान खुली। दुकान को लेकर सिमरोल का लेखराज दावा करता है कि यह उसकी जमीन है। परसों लेखराज जेसीबी लेकर आया और विवाद करते हुए दुकान को तोड़ दिया। इसके बाद पुलिस पहुंची और कुछ लोगों को थाने ले जाकर बैठाया, लेकिन बाद में छोड़ दिया।

कल लेखराज के साथी दोबारा दुकान पर डंपर लेकर पहुंचे और मलबा डाला तो विवाद हुआ। दोबारा पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस की मौजूदगी में लेखराज के साथियों ने विवाद और मारपीट की। थानेदार बिहारी सांवले पर आरोप है कि उसने भंवरसिंह के परिजनों और एक महिला के साथ मारपीट की, जिसके बाद किसी ने भंवरसिंह पर पेट्रोल फेंका और बाद में जलती तीली फेंक दी, जिससे वह गंभीर रूप से जल गया। उसका भतीजा पुष्पेंद्र भी इस दौरान जल गया।

इस मामले को लेकर सिमरोल पुलिस से बात की गई तो उनका कहना है कि दोनों पक्षों का गुमटी को लेकर पुराना विवाद है। लेखराज ने शिकायत के माध्यम से पुलिस को बताया कि यह जमीन उसकी है, जिस पर भंवरसिंह ने कब्जा कर लिया है। उसे जमीन की एवज में एक लाख 61 हजार रुपए दे चुके हैं, फिर भी वह जमीन पर से कब्जा नहीं छोड़ रहा है और विवाद कर रहा है।

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